बड़वानी से पांच किमी दूर बोम्या गांव में खेत के कुएं में डूबने से तेंदुए की मौत हो गई। तेंदुआ बुधवार को गाय का शिकार कर भाग रहा था, तभी वह गाय के साथ बिना मुंडेर के कुएं में जा गिरा था। गाय के ऊपर होने से तेंदुआ पानी के बाहर नहीं आ सका था, जबकि गाय दो दिन बाद पानी में ऊपर दिखी तो ग्रामीणों ने उसे निकाल लिया था। पोस्टमार्टम के बाद तेंदुए का वन विभाग और ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार किया।
फसल होने के कारण तेंदुआ बिना मुंडेर का कुआं नहीं देख पाया।
बड़वानी रेंजर जेपी मेहरा को शनिवार को ग्रामीणों ने सूचना दी थी कि कुएं में एक तेंदुआ मृत पड़ा है। सूचना के बाद वन मंडलाधिकारी डॉ. अनुपम शाह के साथ ही रेंजर मेहरा, एसडीओ जेएल मोहल और बीट प्रभारी वन रक्षक गजेन्द्र बामेनिया की टीम मौके पर पहुंची। यहां ग्रामीणों की मदद से कुएं में खाट डालकर तेंदुए को बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम करवाया गया। इसके बाद बड़वानी में राजघाट डिपो में तेंदुए का अंतिम संस्कार किया।
ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार को गाय को मुंह में दबाकर तेंदुआ भाग रहा था तभी बिना मुंडेर के कुएं में गिर गया हाेगा। कुएं के आसपास फसल होने की वजह से तेंदुए को कुआं नजर नहीं आया। कुएं में गिरने के बाद तेंदुआ गाय के नीचे दब गया था इस कारण वह ऊपर नहीं आ सका। शुक्रवार को गाय का शव फूलकर ऊपर आया, जिसे ग्रामीणों ने निकाल लिया था। शनिवार को जब ग्रामीण कुएं के पास से गुजरे तो उन्हें तेंदुए मृत दिखाई दिया।