संजय गांधी अस्पताल में सोमवार को डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई। यहां मौत किसी की हुई और अंतिम संस्कार किसी अन्य कोरोना संक्रमित का कर दिया गया। टैगिंग में चूक के चलते इस गलती को अस्पताल प्रबंधन ने मान लिया है और जांच के निर्देश भी दिए हैं। इधर, जिसका अंतिम संस्कार हुआ, उसके परिजन मरीज के जीवित या मृत होने का सबूत अस्पताल से मांग रहे हैं।
सोमवार को मामला सामने आने के बाद जिसका अंतिम संस्कार हुआ, उसके परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। अस्पताल प्रबंधन ने गलत मरीज के अंतिम संस्कार के लिए टैगिंग में हुई चूक को जिम्मेदार माना है और जांच के निर्देश दिए हैं। इधर, रीवा कमिश्नर ने टैगिंग में लापरवाही के लिए श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय, रीवा के असोसिएट प्रोफेसर डॉ. राकेश पटेल को सस्पेंड कर दिया है।
टैगिंग में गलती हुई
रविवार को संजय गांधी अस्पताल में मऊगंज निवासी विवेक कुशवाहा नामक युवक की कोरोना वायरस के चलते इलाज के दौरान मौत हो गई थी। अस्पताल के कर्मचारियों ने टैगिंग में गलती कर दी और विवेक कुशवाहा का अंतिम संस्कार किसी अन्य मरीज के नाम पर हो गया। विवेक कुशवाहा के परिजनों को इसकी सूचना तक नहीं दी गई।
शव पहचानने से किया इंकार
जिसके नाम पर अंतिम संस्कार हुआ, उसके परिजनों ने शव को पहचानने से इंकार कर दिया। इसके बाद पूरे अस्पताल में हंगामा मच गया। विवेक कुशवाहा के परिजन अपने मरीज के जीवित या मृत होने का सबूत अस्पताल से मांगने लगे। परिजनों ने आक्रोश जाहिर करते हुए अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया। अस्पताल प्रबंधन ने टैगिंग में गलती स्वीकार करते हुए जांच के निर्देश दिए हैं।