मध्यप्रदेश में अगले 48 घंटे तक कहीं-कहीं लगातार और कहीं-कहीं रुक-रुककर तेज बारिश होगी। मौसम वैज्ञानिक जेपी विश्वकर्मा ने बताया कि उत्तर पूर्व से उत्तर पश्चिम में लो प्रेशर एरिया बनने से यह स्थित बनी है। ऐसे में पश्चिम मध्यप्रदेश में अधिक बारिश होगी। इंदौर से लेकर भोपाल और ग्वालियर तक पानी गिरेगा।
इधर, बीते चौबीस घंटों की बारिश के कारण अब प्रदेश की स्थित में कुछ सुधार हुआ है। मंगलवार सुबह तक 17 जिलों में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। इनमें से 9 जिले पश्चिम और 9 पूर्वी मध्यप्रदेश के जिले हैं। इस मानसून में मध्यप्रदेश में सामान्य से 13% पानी कम गिरा है।
भोपाल में 8.4 मिमी बारिश हुई
बीते चौबीस घंटे की बात की जाए तो सोमवार सुबह 8.30 बजे तक भोपाल में 8.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी थी। भोपाल में शहर में जहां 4.4 मिमी पानी गिरा वहीं नवीबाग में 13.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। अब तक भोपाल में 618.3 मिमी पानी गिर चुका है। हालांकि सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
खजुराहो में रिकॉर्ड 165 मिमी बारिश
जबलुपर और बालाघाट में बीते 48 घंटे से जमकर बारिश हो रही है। बालाघाट में 150 मिमी और जबलपुर में 100 मिमी से अधिक पानी गिर चुका है। इधर, सुबह तक खजुराहो में तो 164 मिमी बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी थी। अगले 48 घंटों की बात की जाए तो 18 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है।