मध्यप्रदेश की राजगढ़ पुलिस ने हरियाणा से लाई गई अवैध संतरा शराब की 30 हजार बोतलें जब्त की हैं। इनकी कीमत करीब 37 लाख रुपए आंकी गई है। आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए ट्रक के अंदर एक केबिन बना रखा था। इसके लिए रास्ता सिर्फ ड्राइवर की सीट की तरफ से था। पुलिस से बचने के लिए चेंबर के ऊपर लकड़ियों को तिरपाल से ढककर रखा था।
आरोपी इसी ट्रक से तस्करी करते पकड़ गए। इसमें एक खुफिया चेंबर बना रखा था।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर शनिवार रात ट्रक क्रमांक यूपी-75 एटी 9953 को चेकिंग के लिए रोका। ड्राइवर ने बताया कि वह ब्यावरा से करनवास होते हुए ग्राम कड़िया गुलखेड़ी जा रहे हैं। ड्रायवर की पहचान धौलपुर राजस्थान निवासी 32 वर्षीय भगवान दास और क्लीनर 39 वर्षीय सुरेंद्र पिता के रूप में हुई। पहले तो तलाश में कुछ ज्यादा नजर नहीं आया, लेकिन संदेह होने पर सख्ती से पूछताछ में भगवान ने सबकुछ बता दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस को गुमराह कर वाहन में लकड़ी के बंडल रखना बताया। इधर पुलिसकर्मियों को तलाशी के दौरान ड्राइवर सीट के पास से एक चोर दरवाजे का पता चला। खोलने पर उसमें कार्टून की कार्टून नजर आए।
पुलिस ने चेकिंग कर आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर पकड़ा।
इस तरह निकली शराब
गद्दे के स्क्रू खोल कर गद्दे को हटाया गया। ट्रक के अंदर की तरफ ट्रक के आधे हिस्से तक एक चेंबर नजर आया। इस चोर दरवाजे से एक आदमी आसानी से घुस सकता था। कार्टून को बाहर निकाला गया। इसमें देशी संतरा शराब की बोतलें भरी हुई थीं। 600 खाकी कार्टूनों में देशी संतरा मसालेदार शराब लगभग 30000 बोतल में 5400 लीटर अवैध शराब जब्त की गई।
शराब की 37 लाख रुपए है कीमत
आरोपियों के कब्जे से एक अनुमान के अनुसार कुल 37 लाख रुपए की शराब जब्त हुई। भगवान और सुरेंद्र के खिलाफ 34 (2) आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई कर मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों से पुलिस मुख्य तस्कर का पता लगा रही है।