कानपुर के बिकरु गांव में दो जुलाई की रात हुए शूटआउट की जांच जारी है। इसमें सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। बाद में घटना के जिम्मेदार विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। इस बीच, शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा और एसपी ग्रामीण बृजेंद्र श्रीवास्तव का एक कथित ऑडियो टेप सामने आया है। इसमें सीओ एसपी ग्रामीण को बताते हैं कि चौबेपुर का एसओ विनय तिवारी तो गैंगस्टर विकास दुबे के पैर छूता है।
मिश्र कहते हैं- अगर इनके ऐसे ही रिश्ते रहे तो थाने में दो-चार मर्डर हो जाएंगे। एसओ पहले ही सूचना दे चुका होगा कि विकास दुबे भाग जाओ। दैनिक भास्कर इस ऑडियो टेप की पुष्टि नहीं करता।
तत्कालीन एसएसपी पर गंभीर आरोप
वायरल ऑडियो दो जुलाई की घटना के पहले का बताया जा रहा है। सीओ ने एसपी ग्रामीण से बातचीत में एसएसपी अनंत तिवारी का भी जिक्र किया है। सीओ कहते हैं- विनय तिवारी डेढ़ लाख में जुआ खिलाता था। जब मामला पकड़ा गया तो एसएसपी ने रिपोर्ट मांगी। लेकिन, विनय ने उन्हें पांच लाख रुपए थमा दिए। मेरे रिपोर्ट देने के बाद भी विनय पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
विकास को थी पुलिस के आने की जानकारी
सीओ ने एसपी ग्रामीण से कहा - आज विनय तिवारी फंसा है, तो मदद मांग रहा है। वह विकास दुबे के पैर छूता है। उसने दबिश की सूचना पहले ही दे दी होगी कि विकास दुबे भाग जाओ। पहले वाले एसएसपी साहब ने उस (विनय) पर ज्यादा हाथ रख दिया था। इसलिए वह ज्यादा बोलना सीख गया। डेढ़ लाख रुपए में जुआ कराता था। मैंने बाहर की फोर्स लेकर जुआ पकड़ा। इसकी लिखित जानकारी एसएसपी को दी। विनय तिवारी धमकी देकर पांच लाख रुपए आरोपियों से ले आया और एसएसपी को दे दिया। इसके बाद विनय के खिलाफ चल रही सभी जांच खत्म हो गईं।
विनय तिवारी से बातचीत के दो ऑडियो
इसे अलावा दो अन्य ऑडियो सीओ और एसओ विनय तिवारी के बीच बातचीत का है। एक ऑडियो में एसओ विनय तिवारी ने सीओ देवेंद्र मिश्र को विकास दुबे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने वाले राहुल तिवारी के प्रकरण में जानकारी दे रहा है। सीओ ने कहा कि वादी राहुल तिवारी को पहले थाने ले जाइए और एसपी ग्रामीण को भी बता देना। वहीं दूसरे ऑडियो में सीओ ने एसओ विनय तिवारी को बताया कि शिवराजपुर एसओ फोर्स लेकर पहुंच रहे हैं। इस पर विनय तिवारी कहता है कि सर आप आ जाइए, नेतृत्व की आवश्यकता है। इसके बाद सीओ नाराज हो उठते हैं। वे कहते हैं कि, क्या नेतृत्व? जुआ करवा रहे थे तो नहीं बताया। आज नेतृत्व की जरूरत पड़ गई।
अफसरों ने अब क्या कहा?
- एसपी ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा से बातचीत होती रहती थी। लेकिन, उस रात इस संबंध में क्या बात हुई थी, मुझे ठीक से याद नहीं है।
- पूर्व एसएसपी अनंत देव तिवारी ने बताया कि मेरा विनय तिवारी से कोई लेना-देना नहीं रहा है। यह सब मेरी छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है।
क्या है कानपुर शूटआउट?
कानपुर के चौबेपुर थाना के बिकरु गांव में 2 जुलाई की रात गैंगस्टर विकास दुबे और उसकी गैंग ने 8 पुलिसवालों की हत्या कर दी थी। 9 जुलाई को उज्जैन के महाकाल मंदिर से विकास की गिरफ्तारी हुई। 10 जुलाई की सुबह कानपुर से 17 किमी पहले पुलिस ने विकास को एनकाउंटर में मार गिराया था। इस मामले में अब तक 8 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। विनय तिवारी व दरोगा केके शर्मा को मुखबिरी के आरोप में जेल भेजा जा चुका है। आईपीएस अनंत देव तिवारी को मुरादाबाद पीएसी में भेजा जा चुका है।