नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे। यह उनका 4 दिन बाद दूसरी बार और 6 साल में छठा राष्ट्र के नाम संबोधन होगा। इस दौरान वे महामारी बन चुके कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बातें देशवासियों के साथ साझा करेंगे। देश में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या 512 हो गई, जबकि 9 लोगों की मौत हो चुकी हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 101 मामलों की पुष्टि हुई। दूसरे नंबर पर केरल (95) है। वहीं, मंगलवार को मणिपुर में संक्रमण का पहला मामला सामने आया। मोदी बुधवार को शाम 5 बजे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लोगों को संबोधित करेंगे।
इससे पहले मोदी ने 19 मार्च को देश को संबोधित किया था। तब उन्होंने देश में कोरोनावायरस से मुकाबले के लिए सरकार की कोशिशों के साथ लोगों का सहयोग हासिल करने के लिए जनता कर्फ्यू की अपील की। उन्होंने कहा था- 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करें, कुछ हफ्ते भीड़ में जाने से बचें।
मोदी की सलाह नहीं मानी, लोग घरों से निकले और बाजारों में भीड़ रही
मोदी ने 19 मार्च को अपील की थी कि हर एक देशवासी अगले कुछ हफ्तों तक घर से बाहर न निकलें। बहुत जरूरी होने पर ही बाहर आएं। 60 से 65 साल या उससे ज्यादा उम्र के बुजुर्ग घर में ही रहें। इस अपील के बाद लोगों ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाया और शाम को 5 बजे थाली, शंख समेत अन्य चीजें बजाकर कोरोना से लड़ रहे लोगों का हौसला बढ़ाया। हालांकि बिहार, समेत अन्य राज्यों में लोगों ने मोदी की अपील नहीं मानी और घरों से निकले। यहां बाजारों में भीड़ नजर आई और लोग बसों में भी सफर करने नजर आए। इसके बाद मोदी ने दूसरी बार लोगों से अपील की और लोगों को घर में रहने के लिए कहा।
- पहला संबोधन : 8 नवंबर, 2016 (नोटबंदी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान देश को नोटबंदी की जानकारी दी थी। उन्होंने 500 और 1000 रुपए के करंसी नोट चलन से बाहर करने की बात कही थी। मोदी ने कहा था- आधी रात से ही 500 और 1000 रु. के नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे।
- दूसरा संबोधन : 15 फरवरी, 2019 (पुलवामा हमले के बाद)
पुलवामा में सीआरपीएफ के 40 जवानों की हत्या के बाद पीएम ने 15 फरवरी को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था, ‘‘इस हमले की वजह से देश में जितना आक्रोश है, लोगों का जितना खून खौल रहा है, उसे मैं समझ रहा हूं। इस समय जो देश की अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, वो स्वाभाविक हैं। हमने सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दी हुई है। हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर पूरा भरोसा है।’’
- तीसरा संबोधन : 27 मार्च, 2019 (मिशन शक्ति)
मोदी ने 27 मार्च को राष्ट्र के नाम संबोधन में जानकारी दी थी कि डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने लोअर अर्थ ऑर्बिट में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है और भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। इससे पहले रूस, अमेरिका और चीन के पास ही यह ताकत थी।
- चौथा संबोधन : 8 अगस्त 2019 (अनुच्छेद 370 हटाने के बाद)
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद मोदी ने 8 अगस्त 2019 की रात आठ बजे देश को संबोधित किया था। अपने संबोधन में उन्होंने नए जम्मू-कश्मीर और नए लद्दाख के निर्माण का वादा किया था। मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को भरोसा दिलाया था कि धीरे-धीरे हालात सामान्य हो जाएंगे और उनकी परेशानियां भी कम होती जाएंगी।