खाना खाने के बाद बगैर बिल दिए जा रहे शिप्रा टोलनाके के चार कर्मचारियों से जब ढाबा मालिक ने पैसे मांगे तो उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। बीच-बचाव करने आए ढाबे के बावर्ची की पटिये और गमले से हमला कर हत्या कर दी। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चौथा फरार है। घटना मंगलवार रात 12 बजे अरंडिया बायपास स्थित यूपी चमन ढाबे की है। ढाबा मालिक मुकेश बघेल ने लसूड़िया टीआई इंद्रमणि पटेल को बताया कि चार युवक खाना खाने आए थे। जब वे जाने लगे तो मैंने उनसे 600 रुपए बिल मांगा। इस पर 200 रुपए देने लगे। मैंने कहा- पूरे पैसे देने होंगे तो वे गाली-गलौज करने लगे। कहने लगे कि हम बदमाश हैं। पास के टोल नाके पर काम करते हैं। यहां उनकी दादागीरी चलती है। इस पर मैंने कहा- कुछ भी हो, लेकिन पैसे पूरे देना पड़ेंगे। इस पर आरोपियों ने मुझे और मेरे साथी को पीटना शुरू कर दिया। चीख पुकार सुनकर बावर्ची का काम करने वाले जीजा रवींद्र बघेल बाहर आए। वे उन्हें समझाने लगे तो एक आरोपी ने उनके सिर पर पटिया मार दिया। दूसरे ने पास पड़ा गमला उनके सिर पर फेंक कर मार दिया। फिर सभी आरोपी सफेद कार से भाग निकले।
सीसीटीवी फुटेज से पहुंचे आरोपियों तक
हम लोग रवींद्र को अस्पताल ले गए। वहां पता चला उनकी मौत चुकी है। पुलिस ने घटनास्थल पर पड़ताल की। ढाबे के सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग खंगाली। घटना के कुछ देर बाद पुलिस ने आरोपियों दीपक परमार, अजय पवार और देवेंद्र मिस्त्री को गिरफ्तार कर लिया, जबकि इनका एक साथी भगत सिंह राणा फरार है। भगत हरियाणा का रहने वाला है। आरोपियों ने हत्या करना कबूल कर लिया है।
पड़ोसियों में मारपीट, दोनों पक्षों पर केस दर्ज
कुलकर्णी भट्टा में पड़ोसियों में मारपीट हो गई। पार्वती बाई ने शिकायत की है कि मयंक रेशवाल, विजय और दीपेंद्र उर्फ बिट्टू ने बेटे पवन को पीटा। मेरी अंगुली काट ली और बेटी भावना पर सरिये से हमला किया। उधर दीपेंद्र ने शिकायत की कि पवन शराब पीने के लिए 500 रुपए मांग रहा था। नहीं देने पर उसने मयंक पर हमला कर दिया। परदेशीपुरा ने दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज किया है।