कल अयोध्या सोई ही नहीं, रातभर घरों में भजन-कीर्तन होता रहा; सरयू घाट पर दिवाली के बाद सीधे भोर हुई

Posted By: Himmat Jaithwar
8/5/2020

रात 12 बजे हनुमानगढ़ी पर सन्नाटा पसरा हुआ था। सायरन बजाती गाड़ियां घूम रही थीं, लेकिन घरों से भजन कीर्तन और रामधुन की आवाजें आ रहीं थीं। पूरी रात अयोध्या के घरों में लोग सोये नहीं। देखा जाए तो अयोध्या में शाम सरयू घाट पर दीपावली के बाद सीधे भोर हुई है। कल अयोध्या सोई ही नहीं।

अयोध्या में आज उत्सव का माहौल है। फूलों से सुंदर कलाकृतियां बनाई गईं हैं।

अयोध्या में सुबह 4 बजे से ही रिमझिम बारिश हो रही थी। इसके बावजूद सजावट का काम जोरों पर जारी है। जमकर सफाई, सैनिटाइजेशन और फिर फूलों की खूबसूरत सजावट हो रही है। हनुमानगढ़ी से शुरू होकर साकेत महाविद्यालय तक है। नगर निगम ने 125 से ज्यादा कर्मचारियों को सजावट में लगाया हुआ है, जबकि इतने ही लोग साफ सफाई में जुटे हुए हैं। लगभग 500 क्विंटल फूलों का इस्तेमाल हुआ है।

भूमिपूजन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बुधवार को पीएम मोदी की मौजूदगी में भूमिपूजन का कार्य होगा।

हनुमानगढ़ी के बगल मोहल्ले में रहने वाले भानु प्रताप बताते हैं कि रात में मंदिरों के साथ साथ घर मे भी भजन कीर्तन चलता रहा। हम लोगों को सुबह का इंतजार था। अब सुबह पूजन की तैयारी है। इसके बाद दस बजे से टीवी देखेंगे।

भूमिपूजन को लेकर अयोध्या नगरी सज गई है। चारो तरफ रंगोली बनाई गई हैं।

कहते हैं कि सरयू में अयोध्या की गंगा-जमुनी तहजीब कल-कल कर बहती हैं। कुुछ ऐसा ही नजारा कजियाना मोहल्ले का है। यहां रहनेवाले इमरान अंसारी और कृष्णा मुरारी साथियों के साथ सुबह से ही घर की गली के मुहाने पर जमा हो गए हैं। चर्चा सिर्फ राम मंदिर की है। इमरान कहते हैं कि अयोध्या में रोजगार मिलने का फिलहाल यही तरीका है। इमरान का कहना है कि भले ही मंदिर हिंदुओं का बन रहा है, लेकिन उससे हमें भी रोजगार की उम्मीद है।

आज भूमिपूजन का कार्यक्रम है। भगवान रामलला को सजाया गया है, उनका श्रृंगार किया गया है।

वो दोनों ये कहते भी हैं कि भले ही यहां मंदिर मस्जिद का इतना लंबा विवाद चला, लेकिन हम लोगों के बीच मनमुटाव कभी नहीं हुआ। कुटिया रायगंज मोहल्ले में छोटा सा जनरल स्टोर चलाने वाले इश्तियाक अंसारी कहते हैं, अयोध्या में तो राम से ही रोजगार है। राजनीतिक पार्टियों ने हमें अब तक लड़ाया ही है। इतने दिनों से विवाद चल रहा था, हिंदू-मुस्लिम दोनों इससे थक चुके थे।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भूमिपूजन कार्यक्रम में तैयारियों का जायजा लेते हुए।

इकबाल अंसारी सुबह उठे तो घर के सामने मीडिया वाले खड़े थे
बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी जब सुबह उठे और लगभग 6 बजे दरवाजा खोला तो सामने मीडियाकर्मी खड़े मिले। हमेशा की तरह उन्होंने इस्तकबाल किया और बिना चाय पिये ही मीडिया के लिए लाइव पर बैठ गए। तकरीबन 7.30 पर हमसे बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने कार्यक्रम में जाने की तैयारी कर ली है। हमने पीएम को भेंट करने के लिए रामचरितमानस और रामनामी गमछा लिया है।

मुस्लिम पक्ष के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी मीडिया से बात करते हुए। इन्हें भी कार्यक्रम में निमंत्रण दिया गया है।

इकबाल ने बातचीत में ओवैसी के ट्वीट पर जबाव देते हुए कहा, सुप्रीम कोर्ट का फैसला आए 9 महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है, अब सारा विवाद खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा जब हम 28 साल तक बाबरी मस्जिद के पक्षकार बनकर जन्मभूमि जाया करते थे तो हमारा पास भी राम के नाम पर ही बना था। जो लोग मेरे जन्मभूमि जाने पर सवाल खड़े करते हैं, उनके लिए यही जवाब है। बहरहाल, अंसारी ने बताया कि उनका कोरोना टेस्ट नहीं हुआ है। हो सकता है जन्मभूमि पहुंचने से पहले टेस्ट हो जाए। हालांकि उन्हें जन्मभूमि जाने का सही समय भी नहीं मालूम है। वह मीडियाकर्मियों से पूछते नजर आए कि कब जाना है और इसके लिए किससे बात करनी है।

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भूमिपूजन कार्यक्रम में आए मेहमानों का स्वागत करते हुए।

हनुमानगढ़ी से लाइव रिपोर्ट
सुबह से ही हनुमानगढ़ी के मुख्य द्वार पर खड़े पुलिसकर्मियों की संख्या धीरे धीरे बढ़ रही है। आने जाने वालों को रोका जा रहा है। हनुमान गढ़ी के भीतर ड्यूटी करने वालों को भी आईकार्ड देखकर ही जाने दिया जा रहा है। सुबह आंख खुली तो मुहं में मास्क लगाकर बगल के एक घर मे रहने वाले विशाल द्विवेदी घर के नीचे उतर आए खड़े होकर देखने लगे क्या हो रहा हैं। उनसे पूछा कैसी बीती रात। बोले देर रात नींद आई सुबह आंख खुली तब मैं नीचे आ गया। मुझे इस घड़ी का बड़ा इंतज़ार था। मैंने विध्वंस भी देखा और अब भूमि पूजन देखने का अवसर मिल रहा। इस घड़ी का सभी इंतज़ार कर रहे थे।

भूमिपूजन कार्यक्रम में स्वामी रामदेव सहित जिन संतों को निमंत्रण दिया गया हैं वे पहुंच गए हैं।

पीएम मोदी भी आज आ रहे यह भी हमारे घर के बगल से जाएंगे। हमारी खिड़की पर एक पुलिसकर्मी तैनात हैं। इसी बीच बाबा रामदेव का काफिला एनएसजी के एस्कॉर्ट में हनुमान गढ़ी की तरफ बढ़ा। मीडिया ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। बाबा रामदेव गेट खोलकर बाहर निकले और मीडिया के सवाल का जबाव देते बोले- इस घड़ी का सबको इंतजार था मैं इस समय यहां मौजूद हूं यह मेरा सौभाग्य हैं। मैं हनुमान जी का दर्शन करने आया हूं और इसके बाद भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल हूंगा।

भूमिपूजन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था काफी चुस्त है। हर जगह पुलिस की तैनाती की गई है।

मंदिर में अयोध्या के अगल-बगल रहनेवाले चुनिंदा लोग ही दर्शन कर पाए। संख्या 50 से भी कम। 8 बजे तक सभी को हनुमान गढ़ी के द्वार से हटा दिया गया। आरएएफ के जवानों के हवाले 100 मीटर में दायरे की सुरक्षा कर दी गई। केवल गाड़ियों का आना जाना चल रहा था। वो भी सिर्फ उनकी जिनके जिम्मे सुरक्षा है।



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