नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि इंसान को जीवन में किन बुरे कामों को करना चाहिए। चाणक्य कहते हैं कि इन कामों को करने से मनुष्य को अपयश मिलता है। चाणक्य नीति में उस व्यक्ति को श्रेष्ठ बताया गया है जो अच्छे कार्यों को करता है। जिसमें मानव कल्याण की भावना होती है। नीति शास्त्र में कहा गया है कि कभी दूसरों का बुरा या नुकसान पहुंचाना सही नहीं होता है।
जानिए नीति शास्त्र में किन बातों को बताया गया है बुरा-
1. लाभ के लिए झूठ बोलना-
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि झूठ बोलना एक बुरा काम है। किसी भी इंसान को अपने लाभ या हित के लिए किसी से झूठ नहीं बोलना चाहिए। ऐसा जरुरी नहीं कि हर बार आप झूठ बोलकर अपना हित कर सकें। लेकिन जब आपके झूठ का पता लोगों को चलता है तो अपयश मिलता है।
2. बुराई करना-
नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि दूसरों की बुराई करना बुरा काम है। बुराई करने वाला इंसान हमेशा अपने हित और लाभ के बारे में ही सोचता है। जो व्यक्ति हमेशा दूसरों की बुराई करते हैं, उन्हें कभी सम्मान की नजरों से नहीं देखा जाता।
3. किसी का अहित करने के लिए धन का प्रयोग-
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए धन का इस्तेमाल करना गलत है। यह कार्य बुरे कामों की श्रेणी में आता है। ऐसे लोग समाज में कभी भी सम्मानीय नहीं होते हैं।