खरगोन. अंडाशय कैंसर से जूझ रही 100 वर्षीय महिला ने अपने घर में 14 दिन चले इलाज के बाद कोविड-19 को सोमवार को मात दे दी है। बताया जा रहा है कि इस महामारी से उबरने वाले देश के सबसे उम्रदराज मरीजों की सूची शामिल हो गई हैं। विकासखंड के बीएमओ अनुज कारखुर ने बताया कि बड़वाह कस्बे में रहने वाली 100 वर्षीय महिला रुक्मिणी चौहान 21 जुलाई को कोरोना से संक्रमित हो गई थीं। हालांकि उनमें इस महामारी के लक्षण नहीं थे लेकिन जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उनको घर में ही आइसोलेट कर इलाज करने का फैसला लिया गया। नियमित अंतराल पर की गई जांच जांच परिवार के लोगों ने बताया कि उनकी उम्र 100 वर्ष से ज्यादा है। साथ ही अंडाशय के कैंसर से जूझ रही हैं। ऐसे में उनकी स्थिति पर विशेष नजर रखी गई। वहीं बीएमओ अनुज कारखुर ने बताया कि बुजुर्ग को कोविड-19 की दवाएं और आयुर्वेदिक काढ़ा देने के साथ उनके शरीर में ऑक्सीजन के स्तर, तापमान और अन्य स्वास्थ्य सूचकांकों की नियमित अंतराल पर जांच की जाती रही। अब कोई समस्या नहीं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अनुज कारखुर ने बताया कि तय प्रोटोकॉल के तहत सेहत की जांच के बाद हमने रुक्मिणी को सोमवार को कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त घोषित कर दिया। फिलहाल उन्हें इस महामारी से जुड़ी कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या नहीं है। कैसे हुईं संक्रमित बुजुर्ग संक्रमित कैसे हुईं, जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बड़वाह के नजदीक के एक शराब कारखाने में उनका पोता कामा करता है, जो पिछले महीने कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। ऐसे में पूरी संभावना है कि वह अपने पोते के संपर्क में आने से संक्रमित हो गईं। फिलहाव वह पूरी तरह स्वस्थ्य हैं।