पीएम मोदी राम मंदिर के भूमिपूजन के लिए 5 अगस्त को अयोध्या आ रहे हैं। रामभक्त उत्साहित हैं। लेकिन कोरोना के बीच श्रीरामजन्मभूमि को कोरोना फ्री बनाए रखना बड़ी चुनौती है। यही वजह है कि 1 किमी के इस इलाके में मौजूद हर व्यक्ति का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।
रामलला के पुजारी को किया आइसोलेट
श्रीरामजन्मभूमि में रामलला की पूजा में लगे सहायक पुजारी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उनके संपर्क में आए मुख्य पुजारी सतेंद्र दास, सहायक पुजारी अशोक और भंडारी को प्रशासन ने 3 दिन के लिए आइसोलेट कर दिया है। 3 अगस्त तक ये सभी आइसोलेट रहेंगे। इनकी जांच भी हो चुकी है और रिपोर्ट निगेटिव आई है।
हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या का दौरा किया था और वहां की तैयारियों का जायजा लिया था।
जिस 1 किमी रास्ते से गुजरेंगे पीएम उसे सैनिटाइज किया, इलाके के लोगों का एंटीजन टेस्ट भी
यही नहीं जिस एक किलोमीटर के रास्ते से पीएम मोदी गुजरेंगे उसे भी सैनिटाइज किया जा रहा है। साकेत डिग्री कॉलेज में पीएम के लिए हेलिपैड बनाया गया है। यहां से पीएम रामजन्मभूमि तक जाएंगे, जो लगभग एक किमी लंबा है। उस इलाके में लोगों का एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है।
5 अगस्त को एक जगह पर एक साथ 5 लोगों से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे
एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के अलावा उनकी पहली प्राथमिकता कोरोना को लेकर है। यही वजह है कि 3 अगस्त से ही अयोध्या की सीमाएं सील हो जाएंगी। साथ ही 5 अगस्त को एक जगह पर 5 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक रहेगी।
जिन पुलिसकर्मियों की उम्र 45 वर्ष से कम है, वही रहेंगे पीएम की सुरक्षा में
पीएम की सुरक्षा को और पुख्ता करने और उसे कोरोना फ्री करने के लिए जिला प्रशासन ने ऐसे 200 पुलिसकर्मियों को चुना है, जिनकी उम्र 45 साल से कम हो और जिनका टेस्ट निगेटिव आया हो। ऐसे पुलिसकर्मी ही पीएम के सुरक्षा घेरे में रहेंगे।
पीएम के आगमन को लेकर अयोध्या प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है वही पुलिस उनकी सुरक्षा में रहेगा।
जिले में 10 टेस्ट सेंटर बनाए गए हैं, जहां कोई भी फ्री टेस्ट करवा सकता है
जिला प्रशासन ने जिले भर में अलग-अलग जगहों पर 10 कोविड सेंटर बनाए हैं जहां लोग फ्री टेस्ट करवा सकते हैं। इनका समय सुबह 10 से 2 और 2 से 5 बजे तक है। जिले में पिछले 24 घंटों में 66 केस सामने आए हैं। जबकि, एक्टिव केस की संख्या 1141 है। प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर अयोध्या में श्री राम अस्पताल को प्रशासन ने आइसोलेशन वार्ड बनाया है। इस वार्ड में 30 बेड प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए रिजर्व कर दिया है।
गौरतलब है कि 29 जुलाई को श्रीरामजन्मभूमि में काम करने वाले कर्मचारियों समेत पुजारियों का एंटीजन टेस्ट कराया गया था। जिसमें फायर ब्रिग्रेड के 3 जवान और एक एलआईयू के जवान की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। वहीं श्रीरामलला के मुख्य पुजारी के एक सहायक की रिपोर्ट भी पॉजिटिव थी। जिसके बाद से ही प्रशासन लगातार टेस्ट और जन्मभूमि में तैनात कर्मचारियों की निगरानी कर रहा है।
रामजन्भूमि के कर्मचारियों के लगातार हो रहे हैं टेस्ट
7 जुलाई को भी श्रीराम जन्मभूमि पर काम करनेवाले कर्मचारियों का टेस्ट किया गया था। जिसमे 1 जवान पॉजिटिव पाया गया था। 13 जुलाई को हुए टेस्ट में कोई भी पॉजिटिव नहीं मिला था। 29 जुलाई को एंटीजन टेस्ट किया गया था। जिसमे सहायक पुजारी समेत 5 लोग पॉजिटिव पाए गए जिन्हें उपचार के लिए भेज दिया गया और संक्रमित स्थल का सैनिटाइजेशन का काम शुरू कर दिया गया।
अयोध्या में पिछले तीन दिनों से करीब 2 हजार टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं। इसके पहले हर दिन सिर्फ 6 सौ टेस्ट हो रहे थे।
अयोध्या जिले में पिछले तीन दिनों से लगभग 2,000 टेस्ट हर दिन हो रहे
यहां राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में बने कोविड अस्पताल के बाहर खड़े दीपक नाम के एक युवक ने बताया- 'मेरी बहन कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 30 तारीख से अस्पताल में भर्ती है। उसके साथ आठ महीने का उसका बच्चा भी है। कल से कोई डॉक्टर उससे अंदर मिला नहीं है। बस साफ-सफाई करने वाले जानते हैं। वो परेशान हैं। ये तक किसी ने नहीं बताया है कि बच्चे को मां दूध पिला सकती है या नहीं। वो अंदर से फोन पर ये सब बताती हैं और पूरा परिवार बाहर चिंतित है।’
पूरे अयोध्या में यही एक कोविड-19 अस्पताल है, जहां संक्रमित मरीजों का इलाज होता है। जानकारी के मुताबिक, 200 बेड वाले इस कोविड अस्पताल में इस वक्त 104 मरीज भर्ती हैं। जिसमें से 71 पुरुष और 33 महिलाएं हैं।
सरकार का दावा है कि 5 अगस्त के कार्यक्रम को देखते हुए जिले में कोरोना की टेस्टिंग को बढ़ाया गया है। यहां पहले रोजाना लगभग 600 टेस्ट हो रहे थे, लेकिन पिछले तीन दिनों से जिले में लगभग 2,000 टेस्ट हर दिन हो रहे हैं।
अयोध्या में कोरोना संक्रमितों की संख्या अभी 1141 हो गई है। 189 जोन को कंटेनमेंट घोषित किया जा चुका है।
अयोध्या के जिलाधिकारी ने बताया कि यहां कोरोना पूरी तरह से कंट्रोल में है। हमारे पास एक हजार बेड हैं, इसमें से सिर्फ 300 बेड ही भरे हैं।
लेकिन सवाल ये है कि सभी तैयारियों के बीच कोरोना का संक्रमण राम जन्मभूमि के आस-पास, अस्पतालों में तैनात कर्मचारियों, सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों और यहां तक कि जिला अधिकारी के दफ्तर के करीब तक कैसे पहुंच गया?
अयोध्या के वो इलाके, जहां मिले हैं संक्रमित
जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 1,141 हो गई है। 189 जोन को कंटोनमेंट जोन घोषित किया जा चुका है। शहर के कई मोहल्लों को प्रशासन ने पूरी तरह से सील कर दिया है। अगर प्रभावित इलाकों की बात करें तो शहर के लालकुर्ती, अयोध्या, अयोध्या नगर, एलआईजी कोशलेश कुंज कॉलोनी, अंगूरीबाग कॉलोनी, सिरसिंडा, मिल्कीपुर और अमानीगंज जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
5 अगस्त को भूमिपूजन के लिए पीएम मोदी अयोध्या आ रहे हैं। सहायक पुजारी के संक्रमित होने के बाद सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
पूरे उत्तर प्रदेश में क्या है कोरोना का हाल?
अगर पूरे प्रदेश की बात करें तो कोरोना के क़हर ने स्थिति गम्भीर बना रखी है। शुक्रवार को तो कोरोना ने अपना विकराल रूप दिखाते हुए सारे पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। प्रदेश में पहली बार 4000 से अधिक संक्रमण के मामले दर्ज हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक बीते 24 घंटे में 4453 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 34 हजार 968 हो गई है। वहीं कोविड-19 की चपेट में आकर जान गंवाने वालों की संख्या अब 1630 हो गई है।