प्रदेश में 921 नए केस, भोपाल में 8 मौतें, दोनों आंकड़े एक दिन में सबसे ज्यादा; सरकार अब लॉकडाउन नहीं लगाएगी, सोशल एक्टिविटी रोकने पर देगी जोर

Posted By: Himmat Jaithwar
8/3/2020

प्रदेश में रविवार को 921 नए कोरोना संक्रमित मिले, वहीं राजधानी में 8 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह बीते चार माह में एक दिन में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले 29 जुलाई को 917 केस आए थे। संक्रमितों व मौतों की वर्तमान रफ्तार ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। रविवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अगले 15 दिन में क्या होगा, यह अनुमान नहीं लगा सकते हैं। अगस्त में संक्रमण और बढ़ेगा, लेकिन यह किस स्तर तक जाएगा, कहना मुश्किल है। अभी जो संक्रमण बढ़ा है, उसके पीछे राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक गतिविधियां बढ़ना बड़ा कारण है। इस दौरान एम्स भोपाल के डायरेक्टर डॉ.सरमन सिंह भी मौजूद रहे।

जल्द वैक्सीन आने की संभावना कम
वैक्सीन से जुड़े सवाल पर सुलेमान ने कहा कि इसके जल्द आने की संभावना कम है। विश्व में अभी दो वेक्सीन ही ऐसी हैं जिसके जल्दी आने की संभावना है। आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वेक्सीन जल्द आ सकती है, लेकिन दिसंबर तक इस वेक्सीन के कमर्शियल होने की संभावना कम है। एक सवाल के जवाब में एम्स डायरेक्टर ने कहा कि हर्ड इम्युनिटी देश की पूरी संख्या का 60 फीसदी पॉजिटिव होते हैं। लेकिन अभी इस वायरस के लिए वेक्सीन ही जरूरी है। इस साल के अंत तक वेक्सीन आने की उम्मीद है। अभी तक नौ वेक्सीन आई हैं, जिसमें से चार के ट्रायल हुए। रशिया और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वेक्सीन फेज-4 में आ गई है। ऑक्सफोर्ड की वेक्सीन सफल हुई तो कलकत्ता के साथ काम शुरू होगा।

एम्स भोपाल के डायरेक्टर बोले- 110 दिन में बीमारी कंट्रोल नहीं हुई तो मुश्किल होगी
-संक्रामक बीमारी यदि 110 में कंट्रोल नहीं हुई तो मुश्किल होगी
एम्स डायरेक्टर ने कहा कि संक्रामक बीमारियों में 105 से 110 दिन के बाद यदि वह कंट्रोल नहीं हुई तो इसका प्रसार तेजी से बढ़ जाता है। कोरोना के मामले में रोकने के लिए लॉक डाउन किया गया। यूनाइटेड किंडम ने कहा था कि हम लॉकडाउन नहीं करेंगे। हर्ड इम्युनिटी बढ़ाएंगे, लेकिन बाद में उन्हें इस रणनीति को बदलकर लॉक डाउन करना पड़ा। हम पीक का इंतजार नहीं कर सकते हैं। रोकने के लगातर उपाय भारत में किए जा रहे हैं।

तैयारी : माह अंत तक 8 हजार ऑक्सीजन बेड हो जाएंगे

  • जनरल बेड : प्रदेश में 26415 (सिर्फ 22 फीसदी ही भरे हैं)।
  • जनरल बेड (ऑक्सीजन युक्त) - अभी 5983 हैं, 31 अगस्त तक 7910 करने का लक्ष्य।
  • एचडीयू बेड : 2204 इस माह के अंत तक होने की संभावना।
  • आईसीयू बेड : 1606 हो जाएंगे।

आगे की रणनीति
सरकार ने अगस्त में संक्रमण रोकने के लिए योजना तैयार की है। इसके लिए लॉकडाउन करने के बजाए अब सोशल एक्टिविटी रोकने पर जोर रहेगा। बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी।

भोपाल में संक्रमण रेट 13 फीसदी, सबसे ज्यादा
सुलेमान ने कहा कि भोपाल में पॉजिटिविटी दर दूसरे शहरों की तुलना में सबसे ज्यादा है। यह 13% है। जबकि बड़वानी में यह 10.2%, इंदौर में 8.3% और जबलपुर में 7.7% है। जबकि मप्र में यह दर 2.3% है। देश में ये दर 8.8 प्रतिशत है। पहले देश के 10 फीसदी केस मप्र से होते थे।

3 शहरों में सीरो सर्वे होगा, यह एंटीबॉडी दर बताएगा
सुलेमान के मुताबिक प्रदेश में अब सप्ताहवार संख्या बढ़ रही है। तीन शहरों इंदौर, भोपाल और उज्जैन में सीरो सर्वे (रैपिड एंटीजन टेस्ट) शुरू कर रहे हैं। इससे पता चलेगा कि एंटीबॉडी डेवलप होने की दर क्या है और किस तरह डेवलप होती है। बढ़ता आंकड़ा अब रणनीति बदलने पर मजबूर कर रहा है।

भोपाल में 142 नए पॉजिटिव मिले- अमरवाड़ा के पूर्व विधायक बट्‌टी समेत आठ मरीजों ने दम तोड़ा

राजधानी में रविवार काे अमरवाड़ा के पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्‌टी और चौक बाजार के एक कपड़ा व्यापारी समेत 8 मरीजों की संक्रमण से मौत हो गई। चार मरीजों ने चिरायु, जबकि चार अन्य ने एम्स में दम तोड़ा। मृतकों की संख्या अब 189 हो गई है। वहीं, रविवार को संक्रमण के 142 नए केस मिले। काेविड कंट्राेल रूम के अफसराें ने बताया कि बट्‌टी चिरायु में भर्ती थे। वे अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे। इनके अलावा प्रेस कॉम्प्लेक्स स्थित एक मीडिया समूह के मार्केटिंग विभाग में कार्यरत जयंत बसंल की भी मौत हो गई।



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