नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अगर लोगों ने लॉकडाउन का पालन नहीं किया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीएम ने कहा 'ऐसा देखने में आ रहा है कि कुछ लोग इस लॉक डाउन का सही से पालन नहीं कर रहे हैं. जो लोग इसे फॉलो नहीं कर रहे हैं. वो इसे अच्छे से समझ लें. हमारी कोई इच्छा नहीं है आपको तकलीफ पहुंचाने की, ये आपकी जिंदगी के लिए हम कर रहे है. ये कोरोना वायरस बहुत खतरनाक वायरस है. ये पूरी दुनिया में तबाही मचा चुका है. हम देख रहे हैं पूरी दुनिया में कि इसस हजारों लोगों की मौत हो चुकी है.'
सीएम ने कहा, 'ये वायरस नया वायरस है, इसके बारे में हमें बहुत कुछ पता नहीं है, इसके बारे में बहुत ज्यादा रिसर्च नहीं हुई है. हमारे देश में ये वायरस देरी से आया इसलिए हमें दूसरे देशों से सीखकर कदम उठाने होंगे. अगर हम उन देशों से नहीं सीखेंगे तो हम बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं. इटली में 23 फरवरी को केवल 100 केस थे लेकिन आज वहां 40 हजार से ज्यादा केस हैं केवल एक महीने में और 5000 हजार से ज्यादा की मौत हो चुकी है. अमेरिका में 29 फरवरी तक 68 केस थे और 1 की मौत हुई थी. आज अमेरिका में 35 हजार से ज्यादा केस है और 418 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
हाई कोर्ट और जिला कोर्ट 4 अप्रैल तक बंद
इसके पहले कोरोना को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने भी बड़ा आदेश दिया है. हाई कोर्ट और जिला अदालतों को 4 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया है. इस दौरान केवल अर्जेंट मामलों की फोन पर मेंशनिंग ली जाएगी और इनकी सुनवाई भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी.
सीजेआई ने की केंद्र सरकार की तारीफ
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश एसए बोबडे (Chief Justice SA Bobde) ने कोरोना से बचाव के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों को सराहा है. देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बोबडे ने कहा, 'पूरा देश यह मान रहा है कि सरकार कोरोना को लेकर सभी जरूरी कदम उठा रही है. सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है. उन्हें अपना काम करने दें.'
मुख्य न्यायाधीश ने यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका पर सुनवाई के दौरान कही. इस याचिका में ये भी मांग की गई थी कि देशभर में धार्मिक स्थानों को बन्द कर दिया जाए, ताकि इन जगहों पर आवाजाही बन्द हो. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर कोई आदेश देने से मना करते हुए कहा कि आप सभी राज्य सरकारों को अपना रिप्रेजेंटेशन दें और राज्य सरकारें इस पर ध्यान देंगी. मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि हमे बताया गया है कि सरकार इस मुद्दे पर काफी सक्रिय है और इस बावत कई ठोस कदम उठाए गए हैं. हर आदमी कह रहा है कि सरकार पूरी जिम्मेदारी से अच्छा काम कर रही है. सरकार को काम करने दें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर मीडिया के साथ संवाद कर रहे हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुए इस संवाद में जी समूह के प्रमोटर और राज्यसभा सदस्य सुभाष चंद्रा भी मौजूद हैं. दोपहर करीब 1 बजे शुरू हुई इस संवाद में पीएम मोदी कोरोना वायरस से जुड़े सभी बिंदुओं पर चर्चा कर रहे हैं.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारी निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि, "लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें. राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं.'' बता दें भारत में अब तक कोरोना वायरस के 421 मामले सामने आ चुके हैं
केंद्र ने अपनाया सख्त रवैया
कोरोना वायरस (Coronavirus) को कंट्रोल करने लिए कई राज्यों द्वारा लागू किए गए लॉक डाउन (lockdown) को लेकर केंद्र ने सख्त रवैया अपनाया है. केंद्र (Central government) ने राज्य सरकारों से कहा है कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जाए और नियमों को तोड़ने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाए. कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर देश के 22 राज्यों के 75 जिलों में लॉकडाउन है.