नगर निगम चुनाव के लिए प्रशासन ने शुक्रवार को वार्ड आरक्षण किया। इससेे बड़े राजनीतिक उलटफेर के आसार हैं। सबसे बड़ा झटका पूर्व निगम सभापति और 10 एमआईसी सदस्यों को लगा है। इन 11 में से 10 वार्ड महिलाओं के खाते में गए हैं। अफसरों के मुताबिक, 2011 में जिले की जनसंख्या 21 लाख 95 हजार 274 के हिसाब से आरक्षण किया है। एससी की 3 लाख 45 हजार 637 और एसटी की आबादी 73 हजार 323 है। इस आधार पर 13 वार्ड एससी और 3 वार्ड एसटी के आरक्षित किए। 21 वार्ड ओबीसी व 50 फीसदी महिला आरक्षण के लिए एससी में 7, एसटी में 2, ओबीसी में 11 और सामान्य में 22, कुल 42 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हुईं।
आम लोगों के 1819 चालान बनाए, 12 लाख जुर्माना वसूला निगम खुद नहीं करा पाया सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन और मास्क न पहनने पर नगर निगम अब तक 1819 चालान बनाकर 12 लाख जुर्माना वसूल चुका है, लेकिन अपने आयोजन में इनका पालन नहीं करा पाया। रजिस्ट्रेशन के समय टेबलों पर भीड़ लगी। कुर्सियों पर बांधी रस्सियां और सोफे पर लगी टैप हटाकर लोग पास-पास बैठे। मास्क नीचे कर बात करते रहे, लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला के विरोध पर कुछ देर हंगामा भी हुआ।
इन्हें अब ढूंढना होंगे नए वार्ड
- सभापति अजयसिंह नरूका का वार्ड 42 सामान्य महिला हो गया है। वे तिलक नगर वाले वार्ड 49 या वैभव नगर वाले 50 नंबर से लड़ सकते हैं।
- एमआईसी सदस्य संतोष गौर का वार्ड 12 और अश्विनी शुक्ला का वार्ड-16 आेबीसी महिला के लिए आरक्षित किया गया है।
- राजेंद्र राठौर का वार्ड 33 सामान्य महिला हो गया है। उनके पास वार्ड 21 का विकल्प है।
- दिलीप शर्मा का वार्ड 43 पिछड़ा महिला हो गया है। वार्ड 49 और 50 के विकल्प हैं।
- सूरज कैरो का वार्ड 45 अजा महिला, शोभा गर्ग का वार्ड 63 पिछड़ा वर्ग पुरुष व चंदू शिंदे का वार्ड 25 सामान्य महिला के खाते में गया है।
- बलराम वर्मा का वार्ड 80 सामान्य पुरुष के लिए आरक्षित हुआ है। पार्टी की नीति के चलते शिफ्ट होना पड़ सकता है। सुधीर देड़गे का वार्ड 70 सामान्य महिला के लिए आरक्षित हो गया है।
- भाजपा से चुनाव जीते शंकर यादव कांग्रेस में आ गए थे। उनका वार्ड 69 सामान्य महिला हो गया है।