देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अब यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए तैनात रहने वाले डॉक्टराें को हटाकर यह जिम्मेदारी पैरामेडिकल स्टाफ को दे दी गई है। हालांकि आवश्यक्ता पड़ने पर यहां तैनात रहने वाले 6 डॉक्टरों को बुलाया जा सकेगा। वहीं वंदे भारत मिशन के साथ ही विदेश से आने वाली हर फ्लाइट के समय स्क्रीनिंग के लिए डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे।
एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार 25 मई से घरेलू उड़ानों का संचालन प्रारंभ होने के चलते यहां यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए दो शिफ्टों में 6 डॉक्टर और 16 सदस्यीय पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किया गया था। लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग ने यहां तैनात 6 डॉक्टरों को हटा दिया है। अब यात्रियों की सक्रीनिंग पैरामेडिलक स्टाफ ही करेगा। हालांकि यात्रियों में कोई संदिग्ध मरीज आता है तो उसे एयरपोर्ट के आइसोलेशन क्षेत्र में रखा जाएगा और पैरामेडिकल स्टाफ डॉक्टर को फोन कर मौके पर बुलाएंगे। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट और वंदे भारत मिशन के तहत आने वाली सभी फ्लाइटों के समय पैरामेडिकल स्टाफ के साथ डॉक्टर उपस्थित रहेंगे।
इस संबंध में जिला नोडल अधिकारी डॉक्टर अमित मालाकार का कहना है कि शहर में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही कोविड सेंटरों में डॉक्टरों की कमी महसूस हो रही थी जिसे देखते हुए एयरपोर्ट पर तैनात डॉक्टरों को कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया गया है। एयरपोर्ट पर जरूरत पड़ने पर कॉल कर इन डॉक्टरों को बुलाया जा सकता है।