नगर निगम चुनाव के लिए शुक्रवार को वार्ड आरक्षण के लिए शुरू हुई प्रक्रिया का कांग्रेस नेताओं ने जमकर विरोध किया। यह आरक्षण भाजपा और कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं का राजनीतिक भविष्य तय करेगा। आरक्षण प्रक्रिया का विरोध कर रहे विधायक संजय शुक्ला, विधायक विशाल पटेल और कांग्रेस शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने कहा जब मुख्यमंत्री ने तमाम कार्यक्रमों को निरस्त करने का निर्देश दिए हैं ऐसे में आरक्षण प्रक्रिया क्यों की जा रही है। कांग्रेसियों ने अधिकारियों से काफी देर बहस की। हालांकि भाजपा प्रक्रिया के समर्थन में आ गई। अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह निर्वाचन आयोग का मामला है, जो कि पहले से तय था। इसलिए यह प्रकिया होगी।
विधायक शुक्ला ने कहा कि इस प्रक्रिया की जल्दी क्या है। मुख्यमंत्री के आदेश का पालन नहीं कर रहे हो आप, आपको हर चीज की जल्दी है। आप तो जनता का लगातार का अपमान कर रहे हैं। आपके लिए चुनाव जरूरी है या फिर जनता। अधिकारियों ने कहा कि यह कार्यक्रम पहले से निर्धारित है। ऐसे में शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए हैं। कोरोना भी तो तीन महीने से चल रहा है। कोराेना में इंदौर नंबर वन है, लोगों की जान जा रही है। इसके बाद भी आप लोग मान नहीं रहे हैं।
कई दिग्गजों की भविष्य तय करेगा वार्ड आरक्षण
यह आरक्षण भाजपा और कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं का राजनीतिक भविष्य तय करेगा। कई नेताओं का टिकट तो सिर्फ वार्ड की उथल-पुथल से ही छिटक जाएगा। सबसे सीनियर कांग्रेस पार्षद रहे छोटे यादव हैं, जो पांच बार जीते हैं और 1994 के बाद हर परिषद में रहे। मांगीलाल रेडवाल और शेख अलीम ऐसे नेता हैं, जो खुद या उनकी पत्नी 94 की परिषद से पार्षद बनती रहीं।
यादव शहर के हर विधानसभा क्षेत्र में जाकर लड़े और जीत चुके हैं, जबकि भाजपा में चंदू शिंदे, राजेंद्र राठौर, मुन्नालाल यादव सहित कई नेता ऐसे हैं, जो हर बार अलग वार्ड से लड़कर जीतते हैं। इस बार भाजपा में एक नया समीकरण ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आए नेताओं को एडजस्ट करने का भी रहेगा। कांग्रेस के नए नेता विधायक बने हैं, उनके समर्थक, भाजपा में पूर्व पार्षदों व दावेदारों की बड़ी संख्या से चुनाव के टिकट का काफी कुछ दृश्य आरक्षण के बाद स्पष्ट हो जाएगा।
इन पूर्व पार्षदों के लिए अहम वार्ड आरक्षण
- विस क्षेत्र 1: गोपाल मालू, संतोष सिंह गौर, अश्विनी शुक्ला (सभी भाजपा), गोलू या प्रीति अग्निहोत्री (कांग्रेस)
- विस क्षेत्र 2: चंदू शिंदे, मुन्नालाल यादव, राजेंद्र राठौर, मांगीलाल या भागवंती रेडवाल, राजकपूर सुनहरे (भाजपा), चिंटू या माधवी चौकसे (कांग्रेस)
- विस क्षेत्र 3: रामदास या शोभा गर्ग (भाजपा), छोटे यादव, अभय वर्मा (कांग्रेस)
- विस क्षेत्र 4: भरत पारिख, सुधीर देड़गे, सरिता मंगवानी, विनीता धर्म (सभी भाजपा), शंकर यादव (कांग्रेस)
- विस क्षेत्र 5: अजय सिंह नरूका, दिलीप शर्मा (भाजपा), रूबीना खान, उस्मान पटेल, फौजिया व शेख अलीम (कांग्रेस)
- राऊ विस क्षेत्र : बलराम वर्मा (भाजपा)
अब तक ये स्थिति थी सदन में
- 65 भाजपा
- 15 कांग्रेस
- 04 निर्दलीय
- (कुछ निर्दलीय भाजपा तो कुछ कांग्रेस से जुड़े। भाजपा के उस्मान पटेल, शंकर यादव कांग्रेस में आए)