बुधवार देर रात 889 सैंपलों की टेस्ट रिपोर्ट आई। इनमें 84 नए संक्रमित मिले, लंबे समय बाद ऐसा हुआ है जबकि इंदौर में एक हजार से कम सैंपलों को जांचा गया हो। लगातार 1200 से 1500 सैंपल जांचे जा रहे थे। एक दो दफा तो ऐसा भी हुआ जब 3000-3200 तक टेस्ट लगाए गए। उधर, प्रशासन के आदेश के बाद भी बुखार के मरीजों को फीवर क्लिनिक भेजने के बजाय खुद इलाज कर रहे दो डॉक्टरों के क्लीनिक सील कर दिए गए।
दतोदा स्थित कथित क्लिनिक में पलंग लगाकर बोतल चढ़ाई जा रही थी। महू एसडीएम अभिलाष मिश्रा ने बताया खंडवा रोड स्थित सिमरोल और दतोदा गांव में दो क्लिनिक सील किए गए हैं। दोनों व्यक्ति नियम विरुद्ध मरीजों का इलाज कर रहे थे। दोनों के पास मौके पर कोई डिग्री नहीं थी। इन्हें कारण बताओ नोटिस देकर अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा।
डिग्री भी फर्जी निकली दोनों बंगाली डाॅक्टर्स की
सिमरोल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. शादाब खान ने बताया कोरोना मरीज की कांटैक्ट ट्रेसिंग में स्थानीय क्लिनिक पर उनका इलाज कराए जाने की जानकारी मिली। नियमानुसार बुखार के मरीजों का इलाज करने के बजाय उन्हें फीवर क्लिनिक भेजना होता है। दतोदा के पटेल मोहल्ला में क्लिनिक पर बिस्तर लगाकर मरीजों को बॉटल चढ़ाई जा रही थी। प्रशासन की टीम ने डिग्री जांची तो वह भी फर्जी निकली। दोनों बंगाली डॉक्टर हैं। दतोदा में परितोष और सिमरोल में वरुण विश्वास के क्लिनिक सील किए गए। डॉ. खान के अनुसार सिमरोल, दतोदा और चोरल में अब तक कुल 20 से ज्यादा मरीज निकल चुके हैं।
अब तक 7216 मरीज संक्रमित मिले
बुधवार देर रात 889 सैंपलों की टेस्ट रिपोर्ट आई। इनमें 84 मरीज संक्रमित मिले, जबकि 776 में कोई लक्षण नजर नहीं आए। 16 मरीजों की रिपोर्ट रिपीट पॉजिटिव रही। 13 सैंपल रिजेक्ट कर दिए गए। रिपोर्ट में दो मरीजों की मौत की पुष्टि भी हुई। जिले में अब तक 1 लाए 34 हजार 644 सैंपलों के टेस्ट किए जा चुके हैं। इनमें 7216 मरीज संक्रमित मिले हैं। इनमें से 4992 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 310 मरीजों की जान जा चुकी है। जिले में अभी 1914 एक्टिव केस हैं। होटल गार्डन में क्वॉरैंटाइन 5271 मरीज अब अपने घरों को लौट चुके हैं।
दो अस्पतालों से 78 मरीज कोरोना को हराकर घर लौटे
शहर के कोविड अस्पतालों से मरीजों के डिस्चार्ज होने का सिलसिला जारी है। बुधवार को दो अस्पतालों से 78 मरीज अपनों के बीच पहुंचे। परिजनों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। स्टाफ ने तालियां बजाकर हौसला बढ़ाते हुए विदाई दी और अच्छे भविष्य की कामना की।अरबिंदो अस्पताल से 47 और इंडेक्स अस्पताल से 31 मरीजों को घर रवाना किया। अरबिंदो से आठ साल की अदिति यादव से लेकर 80 वर्षीय विजय राठौर सहित अन्य डिस्चार्ज हुए।
बड़वानी के चार, धार के तीन, झाबुआ-देवास, रतलाम के एक-एक मरीज शामिल हैं। उत्तर प्रदेश के झांसी निवासी 75 वर्षीय सुजीत कौर व 72 वर्षीय कृपाल कौर भी घर लौटे। इंडेक्स अस्पताल से पांच साल की बच्ची परिधि, 68 वर्षीय जानकी लाल, 70 वर्षीय रतनी बाई और 72 वर्षीय जमात्री देवी को डिस्चार्ज किया। दो हरदा के मरीज सहित 30 वर्षीय दिव्यांग उमेश बिलवाल को डिस्चार्ज किया।
हम्मालों को मास्क और सैनिटाइजर के साथ काढ़ा भी देंगे व्यापारी
बाजार के अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने बताया मास्क और सैनिटाइजर के साथ ही हर व्यापारी अपने कर्मचारियों के लिए गरम पानी और काढ़े का इंतजाम भी करेंगे। सियागंज के दोनों गेटों पर थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। हर दुकान में पचास फीसदी कर्मचारियों के साथ काम किया जा रहा है। चूंकि यहां अधिकतर इंडस्ट्रियल सप्लायर हैं, इसलिए भीड़भाड़ भी कम होती है। प्रकोष्ठ के निर्मल वर्मा ने बताया अभियान के तहत अन्य संगठन के व्यापारियों के साथ भी बैठक की जाएगी।