इंदौर. मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में लॉकडाउन को लेकर आरोप-प्रत्यारोप और सियासत जारी है। दरअसल, कोरोना की वजह से शहर में पहले लेफ्ट-राइट सिस्टम लागू था। लेकिन अब पर्व-त्यौहार को देखते हुए पूरे बाजार को खोलने की मांग की जा रही थी। अब खबर मिल रही है कि 30 जुलाई से 4 अगस्त तक बाजार पूरे खोलने को लेकर आपदा प्रबंधन समिति की सहमति बन गई है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे ने कहा कि आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि 30 जुलाई से 4 अगस्त तक इंदौर शहर के सभी बाजारों को पूरी तरह से खोला जाएगा। इसके लिए प्रशासन ने कुछ गाइड लाइन भी जारी की है, जिसे हर हाल में सभी को मनना होगा।
आपदा प्रबंधन ने आम लोगों से अपील की है कि आवश्यक हो तब ही घर से बाहर निकलें। खासकर वैसे लोग घर से बाहर ना निकलें, जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर शुगर आदि गंभीर बीमारियों के मरीज हैं।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे के अनुसार, शहर के विभिन्न बाजारों के संगठनों ने स्वयं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने और खरीददारों को मास्क लगवाने की जवाबदारी ली है। व्यापारियों से कहा गया है कि जो लोग बिना मास्क के सामान खरीदने आएं तो उन्हें बिल्कुल सामान नहीं दिया जाए।
गौरतलब है कि 2 दिन से कांग्रेस नेता शहर में आंदोलन कर रहे थे। कांग्रेस विधायक सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां की प्रशासन बीजेपी नेताओं के दबाव में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि छोटे व्यापारियों में भेदभाव किया जा रहा है। कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन बड़े और छोटे व्यापारियों में भेदभाव कर रहा है।