प्रशासनिक छूट के बाद सोमवार को जोन- 2 में लेफ्ट-राइट सिस्टम खत्म हुआ और बाजार पूरी तरह से खुल गए। इसके बाद जोन -1 यानी मध्यक्षेत्र में भी बाजारों को पूरी तरह से खोलने की मांग तेज हो गई। व्यापारियों के गुस्से के बीच सोमवार को परदेशीपुरा में पैदल मार्च के बाद मंगलवार को कांग्रेसी राजबाड़ा पहुंच गए। यहां पर प्रशासन के आदेश की अनदेखी करते हुए खुद अपने हाथों से दुकानों के शटर ऊपर करने लगे। इस दौरान यहां पर सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। प्रशासन ने जोन-1 में अभी लेफ्ट राइट के तहत दुकान खोलने की परमिशन दे रखी है।
विधायक संजय शुक्ला प्रशासन के आदेश का विरोध करने राजबाड़ा क्षेत्र में पहुंचे।
मंगलवार दोपहर कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल सहित अन्य कांग्रेसियों के साथ राजबाड़ा पहुंचे। यहां व्यापारियों से बात कर उनकी पीड़ा जानी। इसके बाद लेफ्ट राइट से दुकान खुलने के आदेश का विरोध करते हुए दोनों ओर की दुकानों के शटर खुद उठवाए। उन्होंने कहा कि शासन -प्रशासन व्यापारियों की पीड़ा को नहीं समझ रहा है। बाकलीवाल ने कहा कि प्रशासन मध्य क्षेत्र के साथ भेदभाव कर रहा है। हम मांग करते हैं कि उसे जल्द से जल्द खत्म किया जाए। मध्यक्षेत्र में कई छोटे व्यापारी हैं और आम और गरीब जनता यहां पर बड़े पैमाने पर खरीदी करने आती है। त्योहारों का सीजन है, ऐसे में गरीब जनता खरीदी नहीं कर पा रही है, क्योंकि वे लोग बड़े-बड़े मॉल में नहीं जाते हैं। वे राजबाड़ा क्षेत्र में आकर ही खरीदारी करते हैं। हमने कलेक्टर से मिलने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं मिले। हम उन्हें चेतावनी देते हैं कि वे जल्द से जल्द मध्य क्षेत्र को खोलने का आदेश दें।
बाकलीवाल ने कहा कि प्रशासन को डर है कि यहां पर कोराेना फैल जाएगा, जबकि राजबाड़ा क्षेत्र में कोरोना कहा हैं। कोरोना तो हर जगह पर है। जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री अरविंद भदौरिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया को कोरोना हो सकता है तो फिर काेराेना है कहां। प्रशासन बस डर का माहौल पैदा कर रहा है। लॉकडाउन में व्यापारी तीन महीने से व्यापार बंद कर घरों में बैठा था, शासन-प्रशासन का पूरा साथ दिया। आज उनकी स्थिति ये हो गई है कि वे भुखमरी की कगार पर आ गए हैं। वर्कर को पेमेंट, बिजली का बिल तक वे नहीं भर पा रहे हैं।
बाजार के खुलते ही सोशल डिस्टेंसिंग भूले
जोन -2 में छावनी मेन रोड, संयोगितागंज थाना रोड, सपना-संगीता, सिंधी कॉलोनी मार्केट के खुलते ही यहां भीड़ उमड़ पड़ी। सिंधी कॉलोनी में फिर वही दृश्य था, जिसकी वजह से यहां पांच दिनों का लॉकडाउन लगाया गया था। कपड़ों और खाने-पीने की दुकानों सहित सब्जियों के ठेलों पर सोशल डिस्टेंसिंग नहीं थी। छावनी जगन्नाथ धर्मशाला के आसपास सड़क तक लगी दुकानें जहां गाड़ियों की आवाजाही बाधित कर रखी थी, वहीं लोग दुकानों पर रुककर सामान भी खरीद रहे हैं।
अन्नपूर्णा, रणजीत हनुमान रोड सहित पश्चिम इंदौर के बाजारों में रोज के मुकाबले हलचल ज्यादा दिखी। लोगों में सतर्कता भी दिखाई दी। रीगल चौराहे के बाद वाला एमजी रोड, रेसकोर्स रोड, वायएन रोड, पलासिया, कंचनबाग के कॉम्प्लेक्स और स्टोर्स में अपेक्षाकृत भीड़ कम थी। बड़े शॉपिंग सेंटर्स और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स की पार्किंग भी खाली नजर आई। हालांकि दुकानों में ग्राहकों की भीड़ कम थी लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन आदि का पालन दिखा।