मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कोरोना संक्रमित होने की वजह से सोमवार को वर्चुअल कैबिनेट मीटिंग हो रही है। मुख्यमंत्री चौहान चिरायु अस्पताल से तो अन्य मंत्री अपने-अपने घर या कलेक्ट्रेट से इसमें शामिल हो रहे हैं। वर्चुअल कैबिनेट में मुख्यमंत्री बड़े रिलेक्स मूड में नजर आए। उन्होंने सभी मंत्रियों से उसी तरह बात की, जैसे वे अन्य मुलाकात के दौरान काम शुरू होने से पहले करते हैं। कोरोनाकाल में वर्चुअल कैबिनेट का देश में पहला मामला है।
कैबिनेट बैठक शुरू होते ही मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मैं पूरी तरीके से स्वस्थ हूं। लगातार काम करने का प्रयास कर रहा हूं। खांसी भी ठीक हो गई। सीएम ने कोरोना संक्रमण के अनुभव भी शेयर किए। मंत्रियों से कहा कि अस्पताल में अपनी चाय खुद बना रहा हूं और अपने कपड़े भी खुद धो रहा हूं। कोरोना की वजह से कपड़े किसी और से नहीं धुलवाने चाहिए। कोरोना स्वावलंबन सिखाता है, इससे बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं है।
हाथ का मूवमेंट भी ठीक, आराम मिल रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे हाथ में फ्रैक्चर हुआ था और मुझे भी फिजियोथेरेपी की जरूरत होती है। लेकिन, अस्पताल में कपड़े धोने के दौरान हाथ का मूवमेंट लगातार हो रहा है जिसके कारण हाथ में भी काफी आराम मिला है। पहले इसमें हमेशा हल्का दर्द होता रहता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने छोटे-मोटे काम स्वयं करते रहना चाहिए। कोरोना समय पर पता चल जाए तो लाइलाज बीमारी नहीं है। सर्दी, जुकाम और बुखार की तरह ही है।
कैबिनेट मीटिंग में शामिल मंत्रियों ने मुख्यमंत्री से स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
अलर्ट रहने से बचा जा सकता है
सीएम ने कहा कि मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा यहां बैठे हैं, मंत्री बनने से पहले संक्रमित हो चुके हैं। समय पर सचेत होकर बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है। सकलेचा ने भी ऐसा ही किया है। इस संक्रमण से डर तभी है जब यह लंग्स तक पहुंच जाए। यदि किसी को लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सकों का परामर्श लें जिससे इस पर नियंत्रण किया जा सके।
मंत्रियों को पहले प्रैक्टिस कराई
वर्चुअल कैबिनेट शुरू होने से पहले मंत्रियों को इसकी प्रैक्टिस कराई गई। इसका ट्रायल रन सुबह हुआ। मंत्रियों को एजेंडा पहले ही बता दिया गया था।