भोपाल। कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश के 29 जिलों को टोटल लॉक डाउन कर दिया गया है। हालांकि जबलपुर और नरसिंहपुर में तीन दिन पहले से ही लॉक डाउन जारी है। जनता कर्फ्यू के दूसरे दिन शुरू हुए लॉक डाउन से लोग हेरत में हैं। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अन्य जिलों में प्रशासन ने रविवार रात को ही मुनादी करा लोगों को अलर्ट कर दिया था। मुनादी में ये भी कहा गया था कि घबराने जैसी कोई बात नहीं है। जरूरत के सभी सामान आसानी से उपल्बध रहेंगे।
राजधानी में दो जबलपुर में दो कोरोना पॉजिटिव और अन्य जिलों में संदिग्ध मरीज मिलने पर भोपाल, रायसेन, विदिशा, सागर, उज्जैन, मुरैना, श्योपुर, जबलपुर, सिवनी, बैतूल, बालाघाट, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, रतलाम, टीकमगढ़, अनूपपुर, कटनी, शिवपुरी, सिवनी, मंदसौर, मंडला, रीवा, डिंडोरी, गुना, सीहोर, दतिया, रतलाम, नीमच और भिंड जिलों को लॉक डाउन किया गया है। इन जिलों में इसका असर भी देखने को मिल रहा है। सोमवार सुबह से ही लोगों ने आराम से दूध और सब्जी खरीदी। जरूरत का सामान खरीदने के बाद लोग अपने-अपने घरों में चले गए। लॉक डाउन वाले जिलों में प्रशासन ने लोगों से घर से काम करने की सुविधा प्रदान की है।
भोपाल में पुलिस ने सुबह से संभाला मोर्चा
रविवार को भोपाल में एक युवती के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि के बाद देर रात को 31 मार्च तक के लिए टोटल लॉक डाउन किया गया है। जरूरत का सामान और इमरजेंसी सेवाओं को इससे मुक्त रखा गया है। जिला प्रशासन ने रविवार रात को ही पूरे शहर में मुनादी करा दी थी। सोमवार सुबह से ही लोग घरों में कैद हो गए। पुराने शहर में लोगों ने जरूर घरों से निकलने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए लोगों को उनके फायदे की समझाइश देकर घर वापस भेज दिया। पेट्रोल पंप, दवाईयों और मिल्क पॉर्लर खुले हुए हैं। बाहरी छात्रों को खाने की दिक्कत नहीं हो इसके लिए होटलों को होम डिलिवरी की छूट दी गई है।
भिंड में अचानक बाजार में उमड़ी भीड़
भिंड में सोमवार और मंगलवार दो दिन के लिए लॉक डाउन किया गया है। हालांकि यहां कोई संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है। लेकिन ये कदम उत्तर प्रदेश की सीमा से नजदीक होने के चलते उठाया गया है। जिला प्रशासन ने रविवार रात को ही मुनादी करा दी थी। इसके बाबजूद भी सोमवार सुबह लोग रोज की तरह बाजार में आ गए। पुलिस के आला अधिकारी बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को घर जाने की समझाइश दी। इसके बाद लोग अपने घरों में चले गए।