इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में कोविड-19 महामारी पर सियासत भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है। भाजपा हो या कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दल कोरोना के इस बुरे दौर में भी सियासत चमकाने में जुटे हैं। कांग्रेस विधानसभा-2 ने परदेशीपुरा चौराहे से लेकर पाटनीपुरा चौराहे तक पैदल मार्च निकाला। सीएम के पुतले जलाए। पुलिस से झड़प भी हुई। जिसके चलते पूर्व मंत्री जीतू पटवारी सहित 200 कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया गया।
कोरोना संक्रमण (corona virus) काल के बावजूद राजनीति का दौर जारी है। आलम यह है कि व्यापारियों की समस्याओं के नाम पर कांग्रेस (congress) ने ना सिर्फ सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठी कर ली बल्कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सरकार को खुली चुनौती देते हुए मुख्यमंत्री का पुतला तक जला दिया। प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंस की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गयी। पुलिस ने 200 से ज़्यादा लोगों पर केस दर्ज कर लिया है। बाकी की फुटेज के आधार पर पहचान की जा रही है।
सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने व्यापारी क्षेत्रों में प्रतिबंध को लेकर प्रशासन पर निशाना साधते हुए परदेसी पुरा चौराहे पर बिना अनुमति प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाते हुए पैदल मार्च निकालकर एक के बाद एक 5 पुतले भी जला दिए। कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात तो था, लेकिन पुलिस अधिकारी तमाशबीन बने नजर आए।
प्रदर्शन का आयोजन करने वाले कांग्रेस नेता ने प्रशासन को आम लोगों की मज़बूरी समझने की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने अपनी मनमानी बंद नहीं की तो कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र प्रदर्शन करेंगे। पुतला दहन करने के दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हलकी फुल्की झड़प देखने को मिली। लेकिन फिर भी कार्यकर्ता प्रदर्शन करने में सफल हुए। बिना अनुमति प्रदर्शन और भारी भीड़ जुटाने के कारण परदेशीपुरा थाना पुलिस ने आयोजकों समेत दो सौ से अधिक लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया. लगभग आधा दर्जन गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज करते हुए पुलिस ने मामले में जांच शुरू की है।