दिल्ली। कोरोनावायरस से पूरी दुनिया में जनता से लेकर सरकार तक अपने-अपने तरीके से लड़ रहे हैं। अमीरों और सेलेब्स से लेकर स्पोर्ट संस्थाएं तक कोरोना से निपटने के लिए करोड़ों अरबों रुपए दान दे रहे हैं। वहीं, भारत के अरबपति और तमाम सेलिब्रिटी का सहयोग हाथ धोने और दूसरे ऐहतियातों के बारे में जानकारी देने तक सीमित है। बिल गेट्स ने अपने फाउंडेशन के जरिए कोरोना की वैक्सीन बनाने और अफ्रिका एशिया में इलाज के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए 750 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। इसके पहले भी वह एक करोड़ डॉलर दे चुके हैं।
जैक मा ने 100 करोड़ दिए: अलीबाबा के फाउंडर जैक मा कोरोना की वैक्सीन विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपए दे चुके हैं। साथ ही वह अमेरिका को 5 लाख टेस्टिंग किट और 10 लाख फेस मास्क भेज चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रविवार को जनता कर्फ्यू की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर अनेकों यूजर भारत के अमीरों से यह सवाल पूछ रहे थे आप लोग क्या कर रहे हैं। देश में आनन्द महिंद्रा को छोड़कर अभी तक किसी बड़े उद्योगपति, सेलेब्रिटी या कोई संस्था आगे नहीं आई है।
भारत में हाथ धोना सिखा रहे: दुनिया भर के फुटबॉलर अब तक 50 करोड़ रुपए दान कर चुके हैं। अमेरिका की नेशनल बॉस्केटबॉल एसोसिएशन फंड जुटाने की अभियान चला रही है। उसने अब तक 300 करोड़ रुपए दान कर चुकी है। वहीं, भारत में सचिन, रोहित से लेकर पीवी सिंधु तक हाथ कैसे धोएं का वीडियो बना के डाल रहे हैं। भारत में 40 करोड़ से ज्यादा आबादी रोज कमाने-खाने वाली है। लॉकडाउन के चलते इनके सामने जीवनयापन का संकट है।
इटली के 18 अमीरों ने 250 करोड़ रु. दान किए: इटली में सबसे भयावह स्थिति है। इटली के 18 अमीरों अब तक कोरोना से निपटने के लिए 250 करोड़ रुपए से ज्यादा डोनेट किए हैं। फैशन लीजेंड अरमानी ने मिलान और रोम में अस्पतालों को 10 करोड़ रुपए सहयोग किया है। हांग कांग के सबसे अमीर लि कांग शिंग ने वुहान में मेडिकल वर्करों के लिए 98 करोड़ रुपए डोनेट किए हैं। यूएस पॉप स्टार रिहाना ने वेंटिलेटर खरीदने के लिए 10 करोड़ रुपए दान किए हैं।
अनिल अग्रवाल 100 करोड़ देंगे, महिंद्रा की वेंटिलेटर की पेशकश
वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कोरोना से लड़ने के लिए 100 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने रविवार को ट्वीट कर वेंटिलेटर बनाने की पेशकश की। महिंद्रा ने कहा कि इस खतरे से निपटने के लिए महिंद्रा ग्रुप में हम अभी से ही इस बात पर काम करना शुरू कर चुके हैं कि वेंटिलेटर बनाया जा सके। छोटे कारोबारियों और स्वरोजगार वाले लोगों को हुए नुकसान की हम भरपाई करेंगे।