प्रदेश सरकार और प्रशासन के खिलाफ सोमवार को कांग्रेस सड़क पर उतर आई। सरकार पर तानाशाहीपूर्ण रवैए का आरोप लगाते हुए पाटनीपुरा चौराहे पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। उनका कहना था कि सरकार और प्रशासन गरीबों, व्यापारियों, ठेलेवालों, बैंडवालों, सिटी बसकर्मियों सहित शहर की जनता पर अत्याचार कर रही है। इन्हीं की लड़ाई के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन को मजबूर हुए हैं। प्रदर्शन की परमिशन को लेकर कहा कि हमने आवेदन किया था, उन्हें देना हो तो दें, नहीं तो कांग्रेस का हर कार्यकर्ता जेल जाने को तैयार है। वहीं, तहसीलदार ने कहा- यदि प्रदर्शन की परमिशन नहीं होगी तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता सड़क पर उतरे।
सड़क पर उतरे कांग्रेसियों का कहना था कि आजादी के बाद देश में ऐसा दौर किसी ने नहीं देखा। एक ओर तो लोगों के पास राशन नहीं है, स्कूल की फीस के लिए पैसे नहीं हैं, नौकरी नहीं है। वहीं, दूसरी ओर शासन-प्रशासन ठेले नहीं लगाने दे रही, सब्जी मंडी नहीं लगने दे रही, पथ विक्रेताओं को बैठने नहीं दे रही, बैंडवालों का धंधा बंद है। सिटी बस के 1 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को पिछले पांच महीने में सिर्फ दो बार पांच-पांच हजार रुपए दिए गए। एक तरफ तो नेताओं की सभाएं हो रही हैं, शराब की दुकानें खुली हैं। वहीं, दूसरी ओर ये दोहरा रवैया अपनाकर गरीबों को मारना चाह रहे हैं।
कांग्रेस आगामी चुनाव में 27 में 27 सीटें जीतेगी
कांग्रेसियों ने कहा कि सरकार कुंभकर्णीय नींद में है। उसे ही जगाने के लिए हमें सड़क पर उतरना पड़ा है। काेरोना को देखते हुए हम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। मास्क, सैनिटाइजर मंगवाने के साथ ही हम कार्यकर्ताओं की थर्मल स्क्रीनिंग भी कर रहे हैं। आगामी उपचुनाव में कांग्रेस 27 में से 27 सीटें जीत रही है। कमलनाथ के राज में जनता खुश थी। भूमाफिया, गुंडे-बदमाश सब अंडर ग्राउंड थे, अब सभी बाहर आने लगे हैं। सब के सब गुजरात से गिरफ्तार हो रहे हैं। भाजपा का चरित्र सबके सामने आ गया है। कांग्रेस जनता के हित में सड़क पर उतरेगी, यह आंदोलन तो बस एक शुरुआत है। यदि आगे जनता के साथ अन्याय हुआ तो कांग्रेस का हर कार्यकर्ता मौके पर जाकर लड़ाई लड़ेगा।