पान मसाला और सिगरेट में 500 करोड से ज्यादा की टैक्स चोरी के मामले में जेल में बंद उद्योगपति किशोर वाधवानी के साथ ही अन्य आरोपी संजय माटा, अशोक डागा, अमित बोथरा और विजय नायर सभी की जेल अवधि दस अगस्त तक बढ़ा गई है। जिला कोर्ट में विशेष न्यायाधीश अनुप्रिया पाराशर की कोर्ट में वीसी के माध्यम से यह सुनवाई हुई, जिसमें डीजीजीआई की ओर से विशेष लोक अभियोजक चंदन एरन ने जमानत पर आपत्ति ली।
वहीं इस मामले में अमित बोथरा, अशोक डागा और विजय नायर तीनों ने जमानत के लिए हाई कोर्ट इंदौर में याचिका दायर कर दी है। इसमें डागा और बोथरा की याचिका पर वीसी के माध्यम से सोमवार को सुनवाई हुई। उनकी ओर से दिल्ली के जाने माने वकील मुकुल रोहतगी और विद्यानाथन ने पक्ष रखा वहीं विभाग की ओर से दिल्ली से ही एडिशनल सॉलीसिटर जनरल विक्रमजीत बैनर्जी ने तर्क रखे। जस्टिस वीरेंदर सिंह की कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद आर्डर रिजर्व रख लिया गया है। वहीं नायर की याचिका पर अगले सप्ताह सुनवाई होगी।
1500 करोड़ रुपए से ज्यादा की टैक्स चोरी का अनुमान
किशोर वाधवानी और उसकी गैंग द्वारा मात्र एक साल में ही 512 करोड़ रुपए की कर चोरी को अंजाम दिया गया है। डीजीजीआई की टीम द्वारा पान मसाले में 242 करोड़ और सिगरेट में 270 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा किया जा चुका है। यह कर चोरी अप्रैल 2019 से मई 2020 तक की है। अब वाधवानी गैंग के सभी आरोपियों के पांच सालों के रिटर्न खंगाले जा रहे हैं। साथ ही पैकिंग मटेरियल सप्लायर और ट्रांसपोर्टर से पूछताछ कर पांच साल के परिवहन व माल सप्लाय की जानकारी जुटाई जा रही है। बड़ी टैक्स डिमांड को देखते हुए विभाग ने संपत्तियों को अटैच करना शुरू कर दिया है। विभागीय अफसरों को आशंका है कि पांच साल का आंकड़ा जोड़ने पर टैक्स चोरी 1500 करोड़ से ऊपर पहुंचेगी।