इस्लामाबाद। दुनिया के 192 देशों में कोरोनावायरस फैल चुका है। पाकिस्तान में अब तक 776 मामले सामने आए हैं और 5 की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री इमरान खान देश को पूरी तरह लॉकडाउन करने के लिए तैयार नहीं हैं। उनके मुताबिक, ऐसा करना संभव नहीं है, क्योंकि देश की एक चौथाई यानी 25% आबादी गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर करती है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘पूरी तरह से लॉकडाउन का मतलब है- आर्मी और प्रशासन द्वारा कर्फ्यू लगा दिया जाना। जाहिर है इसमें लोगों को घर में रहने को कहा जाएगा। देश की 25% आबादी दैनिक वेतनभोगी है। जमीनी हकीकत को ध्यान में रखकर हम ऐहतियाती कदम उठा रहे हैं। हमें बुजुर्गों और बाकी लोगों का ख्याल है। सुरक्षा के लिए सामाजिक रूप से दूरी, खुद को आइलोलेशन और क्वारैंटाइन में रखना जरूरी है।’’
इमरान ने यह भी सलाह दी कि डरें नहीं, क्योंकि इससे लोगों में घबराहट बढ़ेगी। अनाज की जमाखोरी बढ़ने से खाने की कमी हो जाएगी। इसके नतीजे खतरनाक होंगे। संकट से निपटने की हम पूरी कोशिश कर रहे हैं। डर को रोकने में मीडिया का रोल भी अहम होगा। डर बीमारी से ज्यादा खतरनाक साबित होगा। अपनी जिम्मेदारी निभाएं और सावधानी बरतकर खुद और दूसरों को सुरक्षित रखें।