जिला न्यायालय के एडीजे महेंद्र कुमार त्रिपाठी (54) और उनके बड़े बेटे अभिनयराज (27) की फूड पाइजनिंग से मौत हो गई। न्यायाधीश और उनके दाेनाें बेटाें ने 20 जुलाई की रात एक साथ भाेजन किया था। भोजन करने के बाद ही तीनों की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद तीन दिनों तक उन्होंने घर पर ही इलाज किया। इससे छोटे बेटे आशीष (24) की हालत में सुधार हो गया। लेकिन बाकी दोनों की हालत में सुधार नहीं हुआ। एडीजे और उनके बड़े बेटे की तबीयत खराब होने के बाद 23 जुलाई को पाढर अस्पताल में भर्ती कराया था।
जहां से उन्हें 25 जुलाई शाम 6 बजे नागपुर रैफर किया। इस दौरान रास्ते में उनके बड़े बेटे अभिनयराज मोनू की मौत हो गई, जबकि अपर जिला व सत्र न्यायाधीश की नागपुर के निजी अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने उनके निवास से आटे की थैली जब्त की है।
एडीजे त्रिपाठी शहडोल जिले के धनपुरी निवासी हैं। पिता और पुत्र के शव को गृहग्राम ले जाया गया। मामले में एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया एडीजे और उनके पुत्र की मौत किन कारणों से हुई यह स्पष्ट नहीं है। प्रथम दृष्टया मामला सस्पेक्टेड फूड पाइजनिंग का लग रहा है। नागपुर से पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। न्यायाधीश के आवास से खाद्य सामग्री और आटा जब्त किया है। बैतूल और पाढर के डॉक्टरों, परिजनों के कथन लिए जाएंगे।