पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने सिंधिया की तस्वीर शेयर कर नागपंचमी की दी शुभकामनाएं, लाेगाें ने घर पर रहकर ही की नागदेव की पूजा

Posted By: Himmat Jaithwar
7/25/2020

काेराेनाकाल में नागपंचमी का त्याेहार भी लाेगाें ने घर पर रहकर ही मनाया। शनिवार सुबह स्नान कर नाग देवता का पूजन किया। कई जगह पर सपेरे सुबह से ही नागदेव को लेकर घूमते नजर आए। इस पर लोगों ने उन्हें दूध पिलाया। शास्त्रों में नागों को दूध पिलाने को नहीं बल्कि दूध से स्नान कराने को कहा गया है। इन सबके बीच पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने ट्वीट के जरिए लोगों को नागपंचमी की बधाई दी। हालांकि उनका ट्वीट चर्चा में आ गया, क्योंकि उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीर शेयर कर नागपंचमी की शुभकामनाएं दी थीं। बता दें कि सिंधिया अपने 22 समर्थक विधायकों के साथ कुछ महीने पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं।

लोगों ने घर पर रहकर ही पूजा की और नागदेवता को दूध पिलाया।

घर पर रहकर नागपंचमी मनाने वाली पूजा वर्मा ने कहा कि सुबह स्नान कर पूरे परिवार के साथ मंदिर ना जाकर घर में ही नागदेवता की पूजा की। इस दौरान हमने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया। नागदेवता से यही प्रार्थना की है कि दुनिया में आई इस विपदा से जल्द लाेगों को छुटकारा मिले और कोरोना से निकलकर हम पहले जैसे हो जाएं। शास्त्रों के अनुसार पंचमी तिथि दोपहर 2.32 से शुरू होकर 25 जुलाई को दोपहर 12.03 बजे समाप्त होगी। इसी दिन को उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र क़े उपरांत दोपहर 2.18 के उपरांत हस्त नक्षत्र का प्रवेश हो रहा है तथा रवि योग की संयुक्त युक्ति बन रही है।

नागपंचमी पूजा और व्रत के आठ नाग देव माने गए हैं। अनंत, वासुकि, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट और शंख नामक अष्टनागों की पूजा की जाती है। विशेष रूप से इस दिन वासुकि नाग, तक्षक नाग और शेषनाग का स्मरण कर इनका पूजन अवश्य करना चाहिए। इस दिन धार्मिक नियमानुसार भूमि की खुदाई नहीं की जाती साथ ही अधिकांश घरों में तवे का उपयोग नहीं किया जाता है।



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