ग्वालियर में कोरोना पॉजिटिव रातभर इंतजार करता रहा, ऐंबुलेंस नहीं आई

Posted By: Himmat Jaithwar
7/25/2020

ग्वालियर। कोरोना पॉजीटिव मरीजों की आई जांच रिपोर्ट में मिला कोराना संक्रमित मरीज रात भर घर के दरवाजे पर बैठ कर एंबुलेंस का इंतजार करता रहा लेकिन उसे एंबुलेंस लेने जब सुबह तक नहीं पहुंची तो यह कोरोना पॉजीटिव युवक शुकवार को घर से पैदल चलकर माधव डिस्पेंसरी के गेट के बाहर जा पहुंचा और डॉक्टरों से इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने की गुहार लगाता रहा। इस मामले की सूचना मीडिया को लगी तो प्रशासन हरकत में आ गया और इंसीडेंट कमांडर की टीम मौके पर पहुंची और युवक को इलाज के लिए सिथौली स्थित आईटीएम कॉलेज में भर्ती करा दिया।


जनकगंज थाना क्षेत्र के गोल पहाडिय़ा स्थित नवग्रह कॉलोनी में रहने वाले बाइस वषीय युवक सुनील जाटव पुत्र सुरेश जाटव को बीस जुलाई को बुखार व गले में तकलीफ होने पर उसने कोरोना की जांच कराने के लिए बाईस जुलाई को जेएएच की कोल्ड ओपीडी में पहुंच कर सैंपल दिया था। गुरुवार को जीआरएमसी से जारी की गई जांच रिपोर्ट में सुनील कोरोना पॉजीटिव पाया गया था।

इंसीडेंट कमांडर ने कहा मोबाइल नंबर था गलत, बड़ा सवाल: फिर सुरेश को रिपोर्ट कैसे पता चली

इस मामले को लेकर गोल पहाडिय़ा क्षेत्र के इंसीडेंट कमांडर आरएन खरे से बात की गई तो उनका कहना था कि कोरोना जांच रिपोर्ट में जो मोबाइल नंबर सूची में गलत दर्ज किया गया था। सूची में दर्ज वह नंबर छत्तीसगढ़ में लग रहा था। सुबह सुनील जाटव के माधव डिस्पेंसरी पहुंचने की सूचना जैसे ही मिली। वैसे ही माधव डिस्पेंसरी में पहुंची टीम ने सुनील को तत्काल उपचार के लिए सिथौली रोड स्थित आईटीएम अस्पताल में भर्ती करा दिया है। सरकार बयान पर बड़ा सवाल यह है कि यदि नंबर गलत था तो सुरेश जाटव को कैसे पता चला कि उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव है। 

पहले ​नेगेटिव को पॉजिटिव बताकर कोविड वार्ड में बंद कर दिया था

प्रशासन व स्वास्थ अमले द्वारा बरती जा रही लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है। पन्द्रह दिन पहले भी हजीरा इलाके में रहने वाले युवक जो जांच रिपोर्ट में निगेटिव था उसका मोबाइल नंबर व नाम पॉजीटिव मरीज से मिलता जुलता होने पर निगेटिव वाले युवक को ही अस्पताल में भर्ती करा दिया था। बरती जा रही लापरवाही का यह दूसरा मामला सामने आया है। 



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