इंदौर. भारत सरकार की “वन नेशन वन कार्ड योजना’’ के तहत सर्वे तथा कार्ड बनवाने का जिला स्तर पर फर्जी तरीके से ठेका देकर ठगी करने वाली युवती को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। टेक महिन्द्रा में कार्य करने वाली इस युवती ने कई लोगों को ठगा है। इंदौर की महिला से 7 लाख रुपए वसूलने वाली थी, एडवांस 50 हजार रुपए ले भी लिए थे, लेकिन फरियादी की समझदारी से फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया। क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि ऋषि नगर में रहने वाली फरियादी कल्पना सक्सेना ने क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी कि पल्लवी पिता कमलेश पुरे निवासी बी ब्लाक 101, पर्ल गैलेक्सी भिचौली मर्दाना खुद को टेक महिन्द्रा कंपनी का बताकर प्रत्येक जिले में कार्ड बाने का ठेका दे रही है। उसका दावा है कि उसने मप्र के सभी जिलों में कार्ड बनवाने का टेंडर लिया है। अब वह सर्वे का ठेका दे रही है। उसने ठेका देने के लिए कल्पना से संपर्क किया। हर जिले के हिसाब से साढ़े 3 लाख रुपए का सौदा किया। उनके बीच धार व अालीराजपुर का सौदा तय हो गया। पल्लवी ने कल्पना से चेक के जरिए एडवांस 50 हजार रुपए ले लिए। कल्पना ने इंटरनेट पर वन नेशन वन कार्ड की पूरी डिटेल निकाली। पता चला कि इस प्रकार की कोई निविदा भारत सरकार द्वारा जारी नहीं की गई है। कल्पना समझ गई कि उसे ठगा जा रहा है। उसने क्राइम ब्रांच में शिकायत की।
बाकी के रुपए मांगने आई तो फंस गई
क्राइम की टीम ने प्लान बनाकर कल्पना से कहा कि वह पल्लवी को रुपए देने के नाम पर बुलाए। पल्लवी प्लान में फंस गई। जैसे ही वह बाकी के रुपए लेने के लिए आई, वहां मौजूद टीम ने पल्लवी को हिरासत में ले लिया। पल्लवी ने कबूला कि वह टेक महिन्द्रा कंपनी की कर्मचारी है, जिसका चंडीगढ़ में ऑफिस है। उसने देवास, उज्जैन और शाजापुर में भी लोगों से ठगी की है। पुलिस पूछताछ कर रही है।
आरोग्य ऋषि आयुर्वेदिक की डीलरशिप के नाम पर ठगी में कोटा पुलिस आई
विजयनगर में संचालित होने वाली आरोग्य ऋषि आयुर्वेदिक फर्म द्वारा की गई धोखाधड़ी के मामले में गुरुवार को राजस्थान के कोटा की पुलिस इंदौर पहुंची। उसने क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडोतिया से संपर्क कर आरोपियों की जानकारी जुटाई है। अब पुलिस आरोपियों को प्रोटेक्शन वारंट पर राजस्थान ले जाएगी। एएसपी दंडोतिया ने बताया कि संस्थान द्वारा कई लोगों को डीलरशिप के नाम पर लाखों रुपए का चूना लगाया गया। इसी का एक मामला कोटा में दर्ज हुआ है, जिसमें आरोपियों ने 3 लाख की ठगी है। इसके आरोपी कपिल करदिले ने संस्थान के अलावा फर्जी तरीके से आरोग्यांजिल संस्थान संचालित कर डीलरशिप के नाम पर ठगी की थी। अभी वह जेल में है।