पहले ही 24 विधायकों को गवां चुकी कांग्रेस को गुरुवार को एक और बड़ा झटका लगा। मांधाता से कांग्रेस विधायक नारायण पटेल ने विधायकी से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया। पटेल को मिलाकर कांग्रेस के 25 विधायक अब तक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। दो सीटें विधायकों के निधन के कारण पहले से ही खाली हैं। इस तरह विधानसभा की कुल 27 सीटें अब रिक्त हो चुकी हैं। इस महीने में कांग्रेस के पूर्व विधायकों में प्रद्युम्न सिंह लोधी, सुमित्रा देवी कास्डेकर के बाद नारायण पटेल पार्टी से किनारा कर भाजपा में शामिल हुए। पटेल ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इससे पहले वे सीएम से मिलने उनके निवास पर भी गए थे। मंच से मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि प्रदेश के जितने बड़े माफिया जनता की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे है, उनकी कमर तोड़ दी जाएगी। उन्हें भाजपा में लाने में सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है। पटेल लंबे समय से भाजपा के संपर्क में थे। उन्होंने बुधवार को अपना इस्तीफा विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को सौंप दिया था जिसे आज उन्होंने स्वीकार कर लिया।
इधर... भाजपा के पूर्व मंत्री केएल अग्रवाल ने थामा कांग्रेस का हाथ
गुना जिले के भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री कन्हैया लाल अग्रवाल कांग्रेस में शामिल हो गए। अग्रवाल को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सदस्यता ग्रहण करवाई। अग्रवाल ने 2018 में बामोरी विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और उन्हें 28 हजार वोट मिले थे। इससे पहले वे दो मर्तबा विधायक रहे हैं। आगामी दिनों में भाजपा के और पूर्व विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। 2008 से 2013 के बीच वे सरकार में सामान्य प्रशासन और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण जैसे महकमों के मंत्री भी रहे हैं। कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अग्रवाल ने भाजपा पर उनकी अनदेखी का आरोप लगाया।