खंडवा की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में बुधवार को युवक-युवती लव मैरिज के लिए शपथ पत्र बनवाने पहुंचे। युवती वकील से बात कर रही थी। तभी उसके परिजन आ गए और बोले- ‘वकील साहब! आप इस लड़की से दूर रहिए, इसे कोरोना है।’ इतना ही नहीं परिजन ने स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 104 पर भी शिकायत कर दी कि कोरोना पॉजिटिव युवती कोर्ट में शादी के लिए शपथ पत्र बनवा रही है।
कोरोना का नाम सुनते ही टाइपिस्ट और वकीलों में हड़कंप मच गया। युवती का शपथ पत्र बनवा रहे वकील वीरेंद्र वर्मा ने भी उससे दूरी बना ली। फिर हाथ जोड़कर कहा- ‘आप पहले कोरोना की जांच करवा लीजिए। रिपोर्ट निगेटिव आने पर आपकी मदद करेंगे, क्योंकि इस स्थिति में कोई भी वकील आपका केस नहीं लेगा।’
इसी दाैरान, स्वास्थ्य विभाग की टीम भी कोर्ट पहुंची और युवती को जिला अस्पताल ले गई। जांच के लिए सैंपल लेकर लड़की काे 14 दिन के लिए हाेम क्वारैंटाइन कर दिया। दरअसल, अमलपुरा इलाके की 19 वर्षीय युवती का अपने ही समाज के एक युवक (22) से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवक के परिजन को लड़की पसंद थी। जबकि युवती के परिजन को लड़का पसंद नहीं था।
युवती को उसके परिजन ने मना भी किया, लेकिन वह नहीं मानी। इस बीच वह प्रेमी के साथ कोर्ट पहुंच गई। परिजन ने युवती को काफी देर तक समझाने की कोशिश की। शादी रोकने के लिए युवती के परिजन ने कोरोना वायरस को ढाल बनाया और हेल्पलाइन पर शिकायत कर लड़की को होम क्वारैंटाइन करवा दिया।
युवती बोली- कोरोना हारेगा और प्यार जीतेगा
कोरोना सैंपल के बाद मामला 14 दिन आगे बढ़ गया है। इस दौरान युवती ने कहा, ‘कोरोना महामारी मेरे प्यार को नहीं हरा सकती। अभी नहीं तो बाद में हम दोनों एक-दूजे के होंगे। कोरोना हारेगा और प्यार जीतेगा।’
वकील वीरेंद्र वर्मा ने कहा कि शादी के लिए आई युवती सामान्य दिख रही थी। मैंने खुद उनसे बात की, कोरोना के उसमें कोई लक्षण नहीं थे। विवाह रोकने के लिए परिजन ने कोरोना को हथियार बनाया। इसलिए उन्होंने कोर्ट में आकर हंगामा किया। हालांकि, युवती की रिपोर्ट आना बाकी है।