दो मुंहे सांप व सुनहरे उल्लू की तस्करी करते दस सदस्यीय गिरोह को एसटीएफ की टीम ने ग्राहक बनकर गिरफ्तार किया। इनमें चार महिलाएं भी शामिल है। आरोपियों में मुख्य सरगना राजगढ़ निवासी वन विभाग के पूर्व रैंजर का बेटा है। जिसके वनकर्मी भाई ने राजगढ़ में उसके गुम होने की रिपोर्ट पकड़े जाने के 15 मिनट पहले ही लिखवाई थी। दो मुंहे सांप की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत करीब ढाई करोड़ और दुर्लभ सुनहरे उल्लू की कीमत 3 करोड़ के लगभग है।
आरोपियों में मुकेश पिता शिवशंकर श्रीवास्तव 44 साल निवासी वैभव कॉलोनी राजगढ़, वैभव चौहान निवासी सनावद रोड बेटमा, मनोज गिरी निवासी एमआर 10 इंदौर, रेखा पति औंकारलाल माली गणेशधाम सुखलिया इंदौर,रश्मि पिता नानूराम यादव निवासी ग्वाड़ा मानपुर, सुधा पति शेष नारायण पांडे निवासी महेश गार्ड लाइन इंदौर,निलिमा पति करण माली निवासी अंबेडकरनगर इंदौर, करण पिता किशनलाल निवासी हाटपिपल्या देवास, व राजकुमार मालवीय निवासी खजूरिया कोनका सोनकच्छ को गिरफ्तार किया गया है। सभी के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत केस दर्ज करते हुए आरोपियों को वन विभाग की टीम के हवाले किया गया। सभी आरोपी एक दिन के रिमंाड पर है जिनसे अब वन विभाग की टीम पूछताछ कर रही है।