रतलाम। भारत सरकार का संचार मंत्रालय द्वारा देशभर के प्रत्येक पोस्टल डिविजन सर्किल में एक-एक महिला पोस्ट ऑफिस खोलने का निर्णय किया है। इसके पालनार्थ शुक्रवार को कस्तूरबानगर पीएनटी कॉलोनी स्थित जवाहर नगर उपडाकघर को महिला डाकघर बनाया गया। इसका शुभारंभ पर्यावरणविद डॉ. खुशालसिंह पुरोहित ने फीता काट कर किया।
इस बात को लेकर लोगों में चर्चा रही कि जब महिला डाकघर का संचालन महिलाओं के सुपुर्द किया गया है। तो इसका शुभारंभ भी किसी वरिष्ठ या प्रतिष्ठित महिला से कराया जाना चाहिए। एक ओर विभाग महिला सशक्तिकरण की बात कर रहा है। वहीं इसके शुभारंभ को लेकर इस बात को नजरअंदाज कर रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पर्यावरणविद डॉक्टर खुशालसिंह पुरोहित ने कहा कि महिला सशक्तिकरण एवं उनके विकास हेतु डाक विभाग के इस कदम की प्रशंसा करते हुए इसे अनुकरणीय और अनुपम पहल बताया। इस मौके पर उन्होंने महिला उपडाकघर की पहली उपडाकपाल कुंतल शर्मा का स्वागत करते हुए उनका हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर सहायक अधीक्षक देवेश ओसारी ने डाकविभाग की महिलाओं व बालिकाओं के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी दी। अध्यक्षता करते हुए प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर आरके तिजारे ने सुकन्या समृद्धि, डाकजीवन बीमा सहित विभाग की अन्य डाक योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक महिलाओं को दिलाने का आह्वान किया। इस मौके पर उपसंभागीय निरीक्षक इरफान अहमद अली, दीपक जाट, निरंजन गिरी, वरिष्ठ महिला डाक सहायक उषा राठौर, मनोरमा भदौरिया, डाक सहायक किरण मीणा, पूर्णिमा शर्मा, उषा जाट ,मनीषा शुक्ला एवं ग्रामीण डाक सेवक नैंसी भाटिया आदि उपस्थित थे। आभार माला श्रीवास्तव ने माना।
सेजावता की ग्रामीण डाकसेवक आई रतलाम
महिला पोस्ट ऑफिस शुरू करने के लिए महिला ग्रामीण डाक सेवक की आवश्यकता थी। इसके चलते जवाहरनगर पोस्ट ऑफिस में कार्यरत युवक को सेजावता व वहां पर पदस्थ नैंसी भाटिया को यहां पर स्थानांतरित किया गया।
महिला दिवस को लेकर की थी तैयारी
महिला डाकघर की शुरुआत व विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्मानित करना था। इसके लिए हमने सभी तैयारी के साथ महिला अतिथियों को आमंत्रित किया था। मुख्यालय से संशोधित आदेश में पोस्ट ऑफिस को शुक्रवार से शुरू करने के निर्देश मिले हैं। उसके चलते हमने पर्यावरणविद डॉ. खुशालसिहं पुरोहित को अतिथि बनाकर शुभारंभ कराया है। साथ ही मैं मुख्यालय पर नहीं था। इससे भी थोड़ी परेशानी हुई।
प्रवीण श्रीवास्तव, अधीक्षक, प्रधान डाकघर रतलाम।