जिले की बरेली जेल में लापरवाही भारी पड़ गई। बंदियों को बीते दिनों से सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायत थी। लेकिन उनकी जांच में देरी हो गई और कोरोना की चपेट में 64 बंदी और 3 प्रहरी आ गए। 40 बंदियों की क्षमता वाली उपजेल में 80 बंदियों को रखा गया था। सोमवार की शाम थोक में रिपोर्ट पॉजिटिव आईं तो पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य अमले में हड़कंप मच गया। अधिकारियों को ही समझ में नहीं आ रहा था कि वे करें तो क्या करें। उपजेल से तीन प्रहरी तो रायसेन शिफ्ट कर दिए गए। लेकिन बंदियों की संख्या बड़ी होने से उन्हें जेल के अंदर ही अलग-अलग किया जाता रहा। करीब तीन घंटे तक जेल के अंदर अधिकारी रहे। लेकिन वे जेल के नियमों और अधिकारियों के निर्देश मिलने का इंतजार करते रहे। वहीं जिले में एक दिन में ही 74 मरीज मिलने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। गंभीर बंदियों को विदिशा में शिफ्ट किया जाएगा।
मंडीदीप थाने में 3 आरक्षक भी पॉजिटिव
मंडीदीप थाने में कुछ दिन पहले ही दो एएसआई पॉजिटिव आए थे। उनके बाद मंडीदीप थाना स्टाफ के 38 सैंपल लिए थे। इनमें से तीन आरक्षक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके अलावा एक महावीर कॉलोनी में रहने वाला वृद्ध भी संक्रमित है। इस तरह से मंडीदीप में सोमवार को 4 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनके अलावा सांची में आने वाले मुडिया खेड़ा गांव के शिक्षक, उनकी पत्नी और 4 साल का बेटा भी पॉजिटिव है।