गैंगस्टर विकास दुबे की पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट सामने आई; तीन गोलियां आर-पार हुई थीं, शरीर में जख्म के 10 निशान मिले

Posted By: Himmat Jaithwar
7/20/2020

उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर विकास दुबे के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के 10 दिन बाद उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई। इसमें बताया गया कि विकास के शरीर में पुलिस की तीन गोलियां आर-पार हुई थीं। शरीर में जख्म के 10 निशान भी मिले हैं।

पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, एक गोली दाहिने कंधे और अन्य दो बाएं सीने की तरफ लगी थीं। दाहिने हिस्से में सिर, कोहनी, पसली और पेट में चोटें आई थीं। 6 जख्म गोलियों के हैं। जबकि अन्य 4 जख्म शरीर के दाहिने हिस्से में थे। ये गोलियां लगने के बाद गिरने से हुए।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 10 इंजरी का जिक्र
फॉरेंसिक एक्सपर्ट के मुताबिक, पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट में 10 इंजरी का जिक्र है। इनमें 6 इंजरी गोलियों की हैं। यानी 3 गोलियां आर-पार हुई हैं। पहली गोली विकास के कंधे पर लगी। अन्य दो गोलियां सीने पर लगीं। उसके सिर पर हल्का-सा जख्म और सूजन भी थी। कोहनी फट गई थी। पेट और पसली में भी थोड़ा गहरा जख्म और सूजन आई। एसटीएफ ने एनकाउंटर में दावा किया था कि विकास ने उन पर गोली चलाई, तब उन्होंने जवाबी कार्रवाई की। पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट में यह साफ नहीं हो सका है कि गोली कितनी दूरी से चलाई गईं।

विकास दुबे उज्जैन से पकड़ा गया, कानपुर के पास मुठभेड़
कानपुर जिले के बिकरु गांव में 2 जुलाई की रात तीन थानों का पुलिसबल गैंगस्टर विकास दुबे काे पकड़ने गया था। यहां विकास और उसकी गैंग ने पुलिस पर हमला बोल दिया था। इसमें सीओ समेत 8 पुलिसवाले मारे गए थे। जबकि 7 पुलिसवाले जख्मी हुए थे। घटना के बाद विकास फरार हो गया था। वह घटना के 7वें दिन मध्य प्रदेश के उज्जैन से पकड़ा गया। वहां से हिरासत में लेकर आते समय दूसरे दिन यानी 10 जुलाई को एसटीएफ की गाड़ी कानपुर के पास पलट गई। हादसे के बाद विकास ने भागने की कोशिश की, इस दौरान पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था।



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