रतलाम। सांची दुग्ध संघ की तरफ से शहर में शुरू की गई चलित लेबोरेटरी खुद परखो, खुद जानो अभियान में फेरी लगाकर दूध बेचने वालों की हकीकत सामने आ गई है। चलित लेबोरेटरी में अब तक दो हजार सेंपलों की जांच की जा चुकी है और इसमें से 50 फीसदी से ज्यादा दूध के सेंपलों में पानी की काफी मात्रा सामने आ चुकी है। खास बात यह है कि कतिपय दूध विक्रेता अपने दूध को गाढ़ा दिखाने के चक्कर में लोगों के स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। आम लोगों द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे दूध के नमूनों की जांच में आश्चर्चजनक रूप से शक्कर और नमक की मात्रा मिली पाई जा रही है। 10 फीसदी से ज्यादा सेंपल ऐेसे भी आ रहे हैं जिसमें दूध का सारा क्रीम ही निकाल लिया गया।
142 में से 45 में पानी की मिलावट
शुक्रवार को सांची की तरफ से इंद्रलोकनगर में दूध के सेंपलों की जांच की गई। इसमें 50 सेंपलों में 10 से लेकर 30 या इससे ज्यादा प्रतिशत मात्रा में पानी की मिलावट पाई गई। 14 नमूनों की जांच में पाया गया कि इस दूध में से क्रीम निकाल लिया गया। इससे यह दूध नहीं होकर केवल सफेद पावडर का पानी बनकर रह गया था। इसके एक दिन पहले यानि गुरुवार को भी कमोबेश यही स्थिति थी और 147 में से 45 नमूनों में पानी की मिलावट पाई गई थी। एक सेंपल में तो नमक की मात्रा सामने आई जबकि 10 में शक्कर मिली हुई थी।
लगातार की जा रही है जांच
शहर में उपभोक्ताओं को जागरुक करने के लिए दूध के नमूनों की लगातार जांच की जा रही है। इससे लोगों में अवेयरनेस आ रही है। जिन क्षेत्रों में हमारी लैबोरेटरी जा रही है वहां लोग उत्साह से अपने-अपने घरों से दूध लाकर उनकी जांच करवा रहे हैं।