कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि सचिन पायलट की टीम के बागी विधायकों को अब बीजेपी की सरकार वाले हरियाणा से उनकी पार्टी के शासित दूसरे राज्य कर्नाटक में भेजा जा रहा है। वहीं कांग्रेस ने शनिवार को एक बार फिर कहा कि पायलट के लिए पार्टी के दरवाजे खुले हैं पर पार्टी ने उनसे दो सवाल भी पूछे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि जब राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम जब ऑडियो टेप के मामले में विधायकों से पूछताछ करने के लिए हरियाणा के होटल में पहुंची तो उन्हें रोका गया। उन्होंने कहा कि इन ऑडियो टेप में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पायलट खेमे के विधायकों के साथ गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रचते सुना जा सकता है।
राजस्थान कांग्रेस के नए प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने ये भी आरोप लगाया कि राजस्थान पुलिस स्पेशल टीम जब पहुंची तो बीजेपी की हरियाणा पुलिस ने उन्हें इंतजार करवाया जब तक बागी विधायक रिसॉर्ट के बाहर नहीं निकल गए। गहलोत सरकार गिराने की साजिश रचने का ऑडियो टेप सामने आने के बाद शुक्रवार शाम को राजस्थान पुलिस की टीम रिसॉर्ट पहुंची थी।
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, 'सचिन पायलट कह चुके हैं कि वह बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं और उनके लिए पार्टी के दरवाजे अब भी खुले हैं।' उन्होंने साथ ही यह सवाल भी किया कि बीजेपी के वकील कोर्ट में उनका पक्ष क्यों रखते हैं? साथ ही उनके खेमे के विधायकों ने बीजेपी शासित राज्य में डेरा क्यों डाला हुआ है?
आपको बता दें, बीजेपी ने कथित ऑडियो टेप सामने आने क बाद राजस्थान की गहलोत सरकार से पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांगा की है। इतना ही नहीं बीजेपी ने फोन टैपिंग को लेकर राज्य की गलहोत सरकार से सवाल किए हैं।
बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन व बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है।