राजस्थान में छिड़ा सियासी संग्राम आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सीएम अशाेक गहलोत ने शुक्रवार को सचिन पायलट पर फिर सीधा हमला बोला। पायलट को अति महत्वाकांक्षी बताते हुए गहलोत ने कहा कि वे छह महीने से भाजपा में जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उनके साथियों ने मना कर दिया। फिर उन्होंने साथियों से कहा कि वे भाजपा में नहीं जाएंगे और तीसरा मोर्चा बनाएंगे। इसके बाद भाजपा के समर्थन से अपनी सरकार चलाएंगे।
उन्होंने कहा कि 11 जून को पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि थी। उसी दिन इनकी प्लानिंग थी कि दौसा से रात 2 बजे विधायकों को लेकर गुड़गांव रवाना हो जाएं। मगर ऐन वक्त पर हमने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। लेकिन, अब फिर से इन्होंने वही खेल शुरू कर दिया। गहलोत बोले- पायलट पर ये आरोप मैं नहीं लगा रहा हूं, बल्कि उनका साथ छोड़ चुके साथियों ने ही मुझे बताया। वायरल ऑडियो टेप की सच्चाई के दावे को लेकर गहलोत ने कहा कि अगर टेप फर्जी निकला तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
भाजपा हॉर्स ट्रेडिंग बंद करे, 25-35 करोड़...10 करोड़ एडवांस, ये क्या है
गहलाेत ने कहा- भाजपा को चाहिए तोड़-फोड़ और हॉर्स ट्रेडिंग बंद करें। उनकी थू-थू हो रही है। 25-35 करोड़ रु. और 10-10 करोड़ एडवांस में, क्या हो रहा है? ये उनके खुद के लोग बोल रहे हैं। टेप आ रहा है, तब भी मीडिया चुप है।
‘पायलट को बहुत सहा, इस उम्र में इतनी महत्वाकांक्षा ठीक नहीं’
गहलोत ने सरकार में सम्मान नहीं मिलने की पायलट की शिकायत पर कहा कि जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, उनकी शिकायत की कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है। हमने उन्हें बहुत सहा। इस उम्र में इतनी महत्वाकांक्षा ठीक नहीं।
वसुंधरा से गठजोड़ पर कहा- बंगला देने में प्राथमिकता देना गलत नहीं
गहलोत ने पूर्व सीएम वसुंधरा से गठजोड़ के सवालों पर कहा कि पूर्व सीएम, केंद्र में मंत्री रहे और पांच बार सांसद रहे व्यक्ति को प्रदेश में बंगला देने में प्राथमिकता देने की परंपरा रही है। ये करना गलत नहीं है।
भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल ने कहा, विपक्षी पार्टी से मिलकर सरकार गिराने की साजिश हो रही
सियासी धमाचौकड़ी के बीच पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल ने चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने सीएम गहलोत का समर्थन करते हुए कहा कि प्रदेश में गहलोत सरकार को गिराने की साजिश हो रही है। जिस प्रकार प्रदेश में पिछले दो महीनों से सरकार गिराने का माहौल बना हुआ है, हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है, आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा कभी ऐसे लोगों की सहायता नहीं करेगी। राजस्थान में आजादी के बाद कई बार सरकारें बदली हैं। विधानसभा के अंदर पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर बहस भी हुई है, लेकिन सत्ताधारी पार्टियों के विपक्षी पार्टियों से मिलकर सरकार गिराने के जो षड्यंत्र आज हो रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं देखा।
मेघवाल ने कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा पर भी खुलकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भंवर लाल शर्मा पहले भैरो सिंह शेखावत की सरकार में रहे और इन्होंने अपनी ही सरकार को कई बार गिराने की कोशिशें की थीं। इनके वक्त विधायकों को पैसा बांटा गया और विधायकों ने खुद भैरो सिंह को यह पैसा देकर पूरी कहानी बताई। इससे पहले भाजपा के सहयोगी हनुमान बेनीवाल भी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर गहलोत सरकार की मदद करने का आरोप लगा चुके हैं।