बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने मंगलवार से जोन-1 (मध्य क्षेत्र) व जोन-2 (29 गांव व पलासिया व पश्चिम में महू नाका आदि) के बाजारों को लेफ्ट-राइट की तर्ज पर खोलने का फैसला किया। पहले दिन जिन क्षेत्रों में पुलिस, प्रशासन और नगर निगम के अफसर, कर्मचारी गाड़ियों से घूमे, अनाउंसमेंट होता रहा, वहां तो गाइडलाइन का पालन हुआ, लेकिन जहां सख्ती नहीं की गई, वहां लेफ्ट-राइट का पालन नहीं हुआ। सियागंज, एमटीएच कंपाउंड, पाटनीपुरा से परदेशीपुरा, सिंधी कॉलोनी जैसे क्षेत्र में नियम का पालन दिखा तो रानीपुरा में दोनों तरफ की दुकानें खुली। जेल रोड पर दिनभर पैदल लोगों की आवाजाही जारी रही।
पहले दिन के पांच सबक, इन पर सुधार से ही मिलेगी सफलता
1. रानीपुरा, कपड़ा मार्केट सहित अन्य बाजारों में लेफ्ट-राइट को लेकर गफलत रही। प्रशासन को यहां समझाइश या सख्ती से नियम का पालन करवाना होगा।
2. बेहतर होगा कि जो साइड बंद रहे, वाहन उसी लेन में पार्क हों। इससे खुली हुई दुकानों के सामने भीड़ नहीं होगी।
3. कई क्षेत्रों में दुकानदारों ने अपने हिसाब से ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू कर लिया।
4. व्यापारिक संगठनों को बताना होगा कि ये व्यवस्था उन्हें ही चलाना है।
5. ग्राहकों को भी समझाइश देना होगी।
नए नियम से पहला दिन }जेल रोड पर शटर गिराकर बैठे रहे दुकानदार
1. जेल रोड को सील किया गया था। यहां दुकानों के शटर बंद थे, लेकिन दुकानदार ओटले या फुटपाथ पर बैठे रहे। ग्राहकों के पहुंचने पर वे अपने साथ गलियों में ले जाते। यहां ग्राहक दुकानों के बाहर खड़े रहकर अपना सामान लेते अौर चले जाते।
2. रानीपुरा मेन रोड और रानीपुरा दोनों ही बाजारों में लेफ्ट-राइट का नियम पहले दिन बेअसर रहा। कोठारी मार्केट से रानीपुरा मेन रोड पर जाने के दौरान लेफ्ट साइड का मार्केट खुला रहा और राइट साइड की दुकानें बंद रहीं।
3. पागनीसपागा में भी लेफ्ट के साथ राइट साइड की भी कुछ इलेक्ट्रॉनिक दुकानें खुली रहीं। एमटीएच कंपाउंड में लेफ्ट-राइट का पालन किया गया। ग्राहक पहुंचे तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी दिखा। जो बगैर मास्क पहुंचे उन्हें सामान नहीं दिया।
4. कपड़ा बाजार में मंगलवार को कुछ व्यापारियों ने ऑड-ईवन फॉर्मूले से दुकानें खोल लीं। एसोसिएशन ने समझाया उत्तर-पश्चिम मुखी दुकानें सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को खुलेंगी। दक्षिण-पूर्व मुखी बाकी दिनों में खुलेगी।
5. एयरपोर्ट रोड, कालानी नगर, अन्नपूर्णा, साकेत, पलासिया आदि बाजारों में दुकानें खुलीं तो पुलिस और निगम के वाहनों ने पहुंचकर उन्हें नियम समझाया और फिर लेफ्ट-राइट के हिसाब से दुकानें खुलीं।