भोपाल। भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में 25 मार्च को सरकार बनाने का दावा राज्यपाल लालजी टंडन के सामने पेश कर सकती है. भोपाल में 23 मार्च को भाजपा विधायक दल की बैठक होनी है. केंद्रीय नेतृत्व धर्मेंद्र प्रधान पर्यवेक्षक बनाकर भोपाल भेजने की तैयारी में है. मध्य प्रदेश के भाजपा प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भी धर्मेंद्र प्रधान के साथ भोपाल आ सकते हैं. आपको बता दें कि 25 मार्च को चैत्र नवरात्रि का पहला दिन है. भाजपा इसी दिन मध्य प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है.
मुख्यमंत्री के लिए शिवराज के साथ ये दो नाम भी
हालांकि, भाजपा की सरकार बनने पर मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इस प्रश्न के कई जवाब निकलकर सामने आ रहे हैं. वैसे जनता की नब्ज टटोलने पर शिवराज सिंह चौहान ही पहली पसंद नजर आते हैं. हालांकि, जिन अन्य दो नामों की भी चर्चा हो रही है, उनमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और नरोत्तम मिश्रा शामिल है. आपको बता दें कि 459 दिन की सरकार चलाने के बाद कमलनाथ ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
मध्य प्रदेश में 26 मार्च को है राज्यसभा का चुनाव
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से बगावत के बाद 22 विधायकों ने कमलनाथ सरकार का साथ छोड़ दिया था. इससे कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना था, लेकिन कमलनाथ ने मौके की नजाकत को भांपते हुए पहले ही इस्तीफा सौंप दिया. मध्य प्रदेश में 26 मार्च को राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होना है.
मुख्यमंत्री पद के लिए शिवराज ही हैं पहली पसंद
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे हैं. मध्य प्रदेश की जनता भाजपा की सरकार बनने की दशा में शिवराज को ही मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है. इस बात का एहसास केंद्रीय नेतृत्व को भी है. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर राष्ट्रीय राजनीति से राज्य की राजनीति में वापस लौटें, इस बात की आशा कम ही है. जहां तक बात नरोत्तम मिश्रा की है तो उन्हें राज्य सरकार में कोई प्रमुख मंत्रालय दिया जा सकता है.