इंदौर. रीगल तिराहा स्थित डीआईजी ऑफिस के बाहर सोमवार दोपहर एक स्टैंप वेंडर ने खुद पर केरोसिन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। वेंडर ने आरोप लगाया कि उसने प्रॉपर्टी ब्रोकर से 1.60 उधार लिए थे, लेकिन दस लाख रुपए लौटाने के बाद भी वह मूल मांग रहा है। सुदामा नगर निवासी संजय पांडे ने बताया कि वह कलेक्टोरेट में स्टैंप वेंडर है। पुरानी जान-पहचान के कारण उसने प्रॉपर्टी का कामकाज करने वाले ओमप्रकाश सलूजा से एक लाख साठ हजार रुपए उधार लिए थे, जिसके बदले वह अब तक दस लाख साठ हजार रुपए दे चुका है, लेकिन सलूजा अब हर महीने 40 हजार रुपए मूल और 10 हजार रुपए ब्याज मांग रहा है। इससे परेशान होकर वह जान देने आया था। वहीं प्रॉपर्टी ब्रोकर ओपी सलूजा ने कहा कि वे आए दिन रजिस्ट्री कराते हैं।
इस दौरान उनकी पहचान संजय पांडे से हो गई। पांडे ने कहा कि वह दूसरों से कम दाम में रजिस्ट्री कर दिया करेगा। इस पर एक रजिस्ट्री के पांडे ने 6.60 लाख रुपए ले लिए। कुछ दिन बाद जब रजिस्ट्री नहीं हुई तो पांडे ने कहा कि रुपए खर्च हो गए हैं। इसलिए बाद में रजिस्ट्री कर देगा। कई दिनों बाद जब रजिस्ट्री नहीं हुई तो रुपए मांगे। इस पर पांडे ने दस हजार रुपए महीना लौटाने की बात कही। चार लाख रुपए लौटाने के बाद अब वह धमकाने लगा। सुबह कहा कि अब रुपए नहीं देगा। खुद पर केरोसिन डालकर पुलिस से एफआईआर भी कराएगा।
डीआईजी नाराज, कहा-ऐसे लोगों पर करेंगे कार्रवाई
घटना के बाद डीआईजी ने मामले का पता किया तो जानकारी मिली कि पांडे ने कभी संबंधित टीआई से संपर्क ही नहीं किया। उसे थाने बुलाया गया तो वह गया ही नहीं। डीआईजी ने जब उससे इस बारे में पूछा तो कहने लगा कि तबीयत खराब हो गई थी, इसलिए नहीं जा पाया। डीआईजी का कहना था कि पुलिस का ध्यान आकर्षित करने के लिए लोग ऐसा कर रहे हैं। अब ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।