अलीराजपुर. छकतला थाना इलाके में एक पुलिसवाले ने बीच सड़क पर एक युवक की पट्टे से बेरहमी से पिटाई की। युवक पत्नी और बच्चों को लेकर किडनी का इलाज कराने जा रहा था।घटना को आसपास मौजूद कुछ लोगों ने कैमरे में कैद कर लिया। एसपी विपुल श्रीवास्तव ने आरोपी पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया। मामले में पीड़ित युवक एसपी ऑफिस शिकायत करने भी पहुंचा था। फिलहाल, उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उमराली के रहने वाले नरेश प्रजापति ने बताया कि कुछ समय पहले मेरी किडनी का ऑपरेशन इंदौर एमवायएच अस्पताल में हुआ था। अब इसकी जांच बोड़ेली में ही कराता हूं। इसके लिए पत्नी और बच्चों को लेकर अपने ससुराल बोड़ेली जा रहा था। छकतला के पास मेरी बाइक गिट्टी से स्लिप होकर गिर गई। इतने में दो से तीन पुलिसकर्मी आए और बिना किसी पूछताछ के मुझे पीटने लगे। तीनों ने मुझे बेरहमी से पीटा। मैं उनसे रहम की बात करता रहा, लेकिन किसी ने मेरी नहीं सुनी और मुझे पट्टे और लाठी से पीटा।
पिता बोले- बच्चे को कैसे जिंदा रखा है, हम जानते हैं
पीड़ित नरेश के पिता शंकर प्रजापति ने कहा कि मेरे बेटे की दोनों किडनी खराब हैं। एक साल पहले इंदौर में उसका उपचार कराया था। रुपए नहीं थे। फिर भी हमने तीन लाख रुपए लगाकर उसकी जान बचाई और बिना किसी गलती के पुलिसवालों ने मेरे बच्चे को इतनी बुरी तरह पीटा।
गलती की थी तो थाने में बंद रखना था
नरेश के पिता ने कहा कि यदि मेरे बेटे की कोई गलती भी थी तो उससे पहले पूछताछ की जा सकती थी। उसने कोई अपराध किया था तो एफआईआर करनी थी, उसे थाने में बंद रखना था। पुलिस को रोड पर किसी व्यक्ति को इतनी बेरहमी से पीटने का हक किस कानून ने दिया है। पुलिसकर्मियों की पिटाई से मेरे बेटे को इतनी चोटें आई हैं कि वो अस्पताल में भर्ती है। यदि उसे कुछ हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन हाेगा?
पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया है
एसडीओपी धीरज बब्बर का कहना है कि घटना का वीडियो वायरल हुआ है। पुलिसकर्मी छकतला थाने में हेड साहब है, जिसका नाम मनोज है। एसपी ने उसे सस्पेंड कर दिया है। आगे जांच मुझे सौंपी है। मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।