रतलाम। सीमित आमदनी में घर गृहस्थी चलाना मुश्किल होता है, ऐसे में दुकान में जरूरी फर्नीचर, औजारों की पूर्ति करना, साथ ही लॉकडाउन में आर्थिक संकट से उत्पन्न स्थिति का मुकाबला करना बहुत मुश्किल था। लेकिन मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान का आभारी हूं कि उन्होंने शहरी पथ पर विक्रय करने वाली योजना में मुझ जैसे लोगों का पंजीयन करवाया और पीएम स्वनिधि योजना से 10 हजार रुपए बगैर ब्याज के दिलवाकर मेरे चेहरे की मुस्कान वापस लौटा दी है।
यह उदगार रतलाम के अलकापुरी चौराहे पर कटिंग सैलून संचालित करने वाले 63 वर्षीय कालूराम सेन के है, जिन्हें हाल ही में पोर्टल पर पंजीकृत करके पीएम स्वनिधि से 10 हजार रुपए शासन द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं। राशि उनके इंडियन बैंक के खाते में आ गई है, कालूराम द्वारा राशि निकाल भी ली गई है। कालूराम का कहना है कि लाकडाउन था, दुकान बंद थी जैसे-तैसे समय निकाल लिया अब दुकान चालू हुई है लेकिन दुकान की कुर्सी टूटी-फूटी हो गई है, औजार पुराने हो गए हैं। इन सबको बदलना है लेकिन पैसे कहां से लाएं, इस स्थिति में नगर निगम रतलाम के कार्मिकों द्वारा घर पर आकर राज्य शासन की पथ पर विक्रय करने वाले स्ट्रीट वेंडर्स के भले के लिए योजना की जानकारी दी गई। पोर्टल पर मेरा पंजीयन भी करवा दिया गया, सत्यापन भी हो गया। प्रकरण स्वीकृत हो गया, खाते में राशि भी आ गई। अब बहुत सारी चिंताएं दूर हो गई है। बैंक से राशि निकालकर लाया हूं।
कालूराम गुमटी में अपनी कटिंग सैलून चलाते हैं। गुमटी को भी दुरुस्त करवाना है इसके लिए भी योजना से मिली राशि काम आएगी। कालूराम का कहना है कि 10 हजार रूपए की यह राशि योजना से मिली है उससे मेरे कई सारे काम हो जाएंगे। गुमटी दुरुस्ती, सैलून के लिए नए औजारों की खरीदी और साथ ही घर के भी छोटे-छोटे काम बन जाएंगे। बगैर ब्याज की राशि मिली है पूरी कोशिश करके समय पर लौटा दूंगा जिससे आगे भी दुगनी राशि मिल सकेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की योजना निश्चित रूप से हमारी हालत को सुधारने के लिए संजीवनी साबित होगी।