केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार (20 मार्च) को कहा कि देश में अबतक कोरोना वायरस से संक्रमण के 223 मामलों की पुष्टि हुई है और उनके संपर्क में आए 6,700 से अधिक लोगों को निगरानी में रखा गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने जोर दिया कि कोरोना वायरस से संक्रमण से लड़ने का सबसे प्राथमिक तरीका सामजिक दूरी है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे टोल फ्री नंबर 1075 का इस्तेमाल कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए करें। अग्रवाल ने कहा कि सरकार रक्षात्मक उपाय पर काम कर रही है।
इसके साथ ही, अधिकारियों ने कहा कि राज्यों को कोरोना वायरस से संबंधित दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार दिया है। इसमें वैसे लोग भी शामिल हैं, जो सरकारी एकांतवास (क्वारंटाइन) सुविधा या फिर घर में एकांतवास को नजरअंदाज करते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 223 हो गई है, जिसमें 32 विदेशी नागरिक शामिल हैं। 32 विदेशी नागरिकों में इटली से 17, फिलपीन से तीन, ब्रिटेन से दो, कनाडा, इंडोनेशिया और सिंगापुर से एक-एक मामला शामिल है। मंत्रालय के आंकड़ों में दिल्ली, कर्नाटक, पंजाब और महाराष्ट्र में अब तक हुई चार मौतें भी शामिल हैं।
'कोविड-19 संक्रमण से विश्वभर में करीब 10,000 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, संक्रमण मुक्त हो चुके 69 वर्षीय इतालवी पर्यटक को दिल का दौरा पड़ने से जयपुर के एक अस्पताल में उसकी बृहस्पतिवार (19 मार्च) रात मौत हो गई। एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुधीर भंडारी ने यह जानकारी दी।
संयुक्त सचिव ने कहा, ''प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है। एक दिन के सहयोग से संक्रमण की कड़ी को तोड़ने में मदद मिलेगी।" उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में किसी भी आवश्यक वस्तु की कोई कमी नहीं है।