इंदौर. परदेशीपुरा स्थित एक्सिस बैंक में लूट के आरोपियों को भले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हाे, लेकिन इस मामले में राजनीति जारी है। कांग्रेस ने लूट के मामले में भाजपा नेताओं और आराेपियों के बीच गठजोड़ का आरोप लगाया है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने कहा कि बैंक लुटेरे के साथ भाजपा नेताओं के फोटो वायरल हो रहे हैं, इससे अपराधी और भाजपा नेताओं का गठजोड़ उजागर होता है।
शहर में अपराधी बेखौफ होकर अपराध कर रहे हैं। कानून व्यवस्था की स्तिथि बद से बदतर होती जा रही है। कोरोना को रोकने में सरकार पूरी तरह से फेल हो रही है। मुख्यमंत्रीजी विभागों के बंटवारे में व्यस्त हैं, जनता की परेशानी से उनका कोई लेना- देना नहीं है। सरकार व्यस्त है, अपराधी मस्त और जनता त्रस्त है।
यह है मामला
10 जुलाई को दिनदहाड़े हथियारों से लैस चार बदमाशों ने परदेशीपुरा चौराहे पर स्थित एक्सिस बैंक में घुसकर स्टाफ को धमकाया और महज दो मिनट में 5.35 लाख लूटकर भाग निकले थे। यह घटना भी तब हुई, जब पुलिस ने गुरुवार रात को पूरे शहर में गुंडा पकड़ो अभियान चलाया था और एहतियातन शुक्रवार दोपहर में बैंकों की चेकिंग भी की थी। इस बैंक में ही पुलिस जवान सब चेक करके गए और दो घंटे बाद लूट हो गई। जिस जगह लूट हुई थी, उससे महज 200 मीटर दूर तीन पुलिया पर पुलिस चौकी है। पास ही वर्मा नर्सिंग होम है, जहां सुबह कोरोना मरीज मिलने के बाद प्रशासन की टीमें जांच कर रही थीं।
बॉम्बे हॉस्पिटल के गार्ड ने फुटेज में शुभम को पहचाना
रविवार अलुसबह पुलिस ने आराेपियाें काे गिरफ्तार कर लिया। खास बात यह है कि मास्टर माइंड अंकुर चौकसे बैंक से महज 200 मीटर दूर अपनी मोबाइल शॉप संचालित करता है। वहीं एक अन्य आरोपी शुभम वर्मा की चाय की दुकान भी अंकुर की शॉप के नीचे ही स्थित है। एक्सिस बैंक की इसी शाखा में अंकुर और उसकी मां का अकाउंट भी है। एएसपी कनकने के अनुसार फुटेज में बदमाशों की बाइक की लोकेशन देखते हुए टीम बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंची। वहां के गार्ड को फुटेज दिखाए। एक में बैंक का गार्ड शुभम कटारने दिखा। उसे देख अस्पताल का गार्ड बोला कि ये सभी आपस में दोस्त हैं।
शुभम पहले यहीं गार्ड था, तब ये सब आरोपी आते थे। इस पर पुलिस ने बैंक के गार्ड शुभम को उठाया और सख्ती से पूछताछ की। आखिर में वह टूट गया। बोला- सबको रुपयों की जरूरत थी। अंकुर मास्टरमाइंड है, बाकी उसके आसपास रहने वाले दोस्त हैं। ये बॉम्बे हॉस्पिटल के पास एक चाय की दुकान पर जाते थे। अंकुर ने प्लान बनाया। यही वजह थी कि गार्ड ने लूट का विरोध नहीं किया।