भोपाल। जैसे ही सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल हुआ कि यदि अक्टूबर तक स्कूल नहीं खुले तो शिक्षा सत्र 2020-21 शून्य घोषित कर दिया जाएगा और कक्षा 1 से 8 तक सभी बच्चों को जनरल प्रमोशन दे दिया जाएगा, प्राइवेट स्कूल संचालकों की धड़कन ए बढ़ गई है। वह किसी भी कीमत पर स्कूल खुलवाना चाहते हैं। राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारियों से मिलकर एक ड्राफ्ट तैयार करवाया जा रहा है। इसमें कुछ इस तरह की गाइड लाइन बनाई जा रही है कि बच्चों को कम से कम स्कूल आना पड़े। उन्हें ज्यादा से ज्यादा होमवर्क दे दिया जाए। ताकि सरकारी दस्तावेजों में स्कूल खुल जाए और लॉकडाउन गाइडलाइन के कारण जो फीस वसूली की प्रक्रिया रुकी हुई है, वह निर्बाध रूप से शुरू हो जाए।
क्लास पूरी नहीं लगेगी लेकिन फीस पूरी लगी है
बताया जा रहा है कि सितंबर से स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारियों का प्राइवेट स्कूल संचालकों से मेल मिलाप शुरू हो चुका है। आधिकारिक रूप से बताया जा रहा है कि विभाग में प्रारूप को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके तहत बताया गया है कि स्कूल खुलने पर पढ़ाई का सिलसिला किस तरह शुरू होगा और विद्यार्थियों, अभिभावक व शिक्षकों के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होगा। विभाग ने सम व विषम संख्या में विद्यार्थियों को बांटकर एक दिन छोड़कर बुलाया जाएगा। स्कूल परिसर छोटा होने पर एक स्टूडेंट का बारी तीसरे दिन आएगी। यानी स्टूडेंट्स को हर रोज स्कूल नहीं बुलाया जाएगा लेकिन सप्ताह के सातों दिनों के लिए ज्यादा से ज्यादा होमवर्क दे दिया जाएगा।
सरकार गाइडलाइन जारी करेगी, पालन करने की जिम्मेदारी स्टूडेंट की होगी
विभाग ने प्रारूप में यह तय किया है कि कक्षा में विद्यार्थियों के बीच 6 फीट की दूरी जरूरी होगी। एक कमरे में 15 या 20 विद्यार्थी होंगे। विद्यार्थियों को सम-विषम के आधार पर बुलाए जाएंगे, लेकिन गृह कार्य प्रतिदिन देना होगा। कोई भी विद्यार्थी अपना सीट न बदलें, इसके लिए डेस्क पर नाम लिखा होगा। कक्षा को रोजाना सैनिटाइज करना होगा, यह सुनिश्चित करना प्रबंधन का काम होगा। स्कूल में प्रवेश से पहले विद्यार्थियों और स्टाफ की स्क्रीनिंग होगी। स्कूल के बाहर खाने-पीने के स्टॉल नहीं लगाए जाएंगे। विद्यार्थियों के लिए कॉपी, पेन, पेंसिल या खाना शेयर करने की मनाही होगी। सभी को अपना पानी साथ लाना होगा। हर के लिए मास्क पहनना जरूरी होगा। स्कूल में सुरक्षित शारीरिक दूरी का ख्याल रखा जाएगा।
मध्यप्रदेश में इस तरह खुलेंगे स्कूल, ताकि हंगामा ना हो
- पहले चरण में 11वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
- इसके एक हफ्ते बाद 9वीं और 10वीं की पढ़ाई शुरू होगी।
- तीसरे चरण में दो हफ्ते बाद 6वीं से लेकर 8वीं तक की कक्षाएं शुरू होंगी।
- इसके तीन हफ्ते बाद तीसरी से लेकर 5वीं तक की पढ़ाई होने लगेंगी।
- पांचवां चरण पहली और दूसरी कक्षाओं की शुरुआत का होगा।
- छठे चरण में पांच हफ्ते बाद अभिभावकों की मंजूरी के साथ नर्सरी व केजी की कक्षाएं शुरू होंगी।
- कंटेनमेंट जोन के स्कूल ग्रीन जोन बनने तक बंद ही रहेंगे।
राज्य शिक्षा केंद्र की आधिकारिक पुष्टि
लोकेश कुमार जाटव, आयुक्त, राज्य शिक्षा केंद्र ने अपने एक बयान में कहा है कि स्कूल खोलने को लेकर ड्राफ्ट तैयार किया गया है, लेकिन अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है।