ग्वालियर. शहर में बढ़ते काेरोना संक्रमण काे संभालने में असफल रहे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अफसर अब गलत आंकड़े पेश कर खुद को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। शनिवार को कोरोना संक्रमण की समीक्षा करने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने भी स्थिति कुछ ऐसी ही बनी। मोतीमहल में आयोजित जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में अफसरों ने कुछ आंकड़े छिपाए तो कुछ बढ़ाकर बता दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस दौरान बाजार बंद करने की बजाय सैंपलिंग बढ़ाने और मृत्यु दर को कम करने के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए।
किस सवाल पर अफसरों ने क्या जवाब दिया और हकीकत
- सीएम: ग्वालियर जिले में मौतों का आंकड़ा क्या है?
- अफसर: कोरोना से अभी तक तीन मौतें हुई हैं।
- हकीकत: कोरोना संक्रमण से जिले में चार मौत हो चुकी हैं। इनमें दो डबरा और दो ग्वालियर के हैं। ग्वालियर की एक मौत छुपा ली।
- सीएम: अस्पतालों में कितने बेड का इंतजाम है।
- अफसर: जिले में 1800 बेड का इंतजाम है।
- हकीकत: शहर के 7 अस्पतालों में सिर्फ 539 बेड का इंतजाम है।
- सीएम: पूल सैंपलिंग की स्थिति क्या है?
- अफसर: पूल सैंपलिंग के तहत 9 हजार लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इनमें से सिर्फ 25 पॉजिटिव मिले हैं। सामुदायिक संक्रमण नहीं है।
- हकीकत: पूल सैपलिंग में 74 संक्रमित मिले हैं। वहीं, 5 जुलाई से अब तक पूल सैंपलिंग ही नहीं की गई है।
मुरैना में सीएम ने कहा- सैंपल बढ़ाएं
मुरैना में सीएम ने लोगों से सुझाव मांगे तो लोगों ने कहा- लॉकडाउन बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा- लॉकडाउन उपाय नहीं है। जांचें बढ़ाना जरूरी है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, कोरोना के साथ जीना सीखना होगा।