बेंगलुरु. केरल में बड़े पैमाने पर सोने की तस्करी के मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने स्वप्ना के परिवार वालों को भी कस्टडी में लिया है। स्वप्ना को रविवार को कोच्चि में एनआईए ऑफिस में पेश किया जाएगा। एनआईए ने छह जुलाई को गिरफ्तार किए गए आरोपी सरित कुमार से पूछताछ भी की है।
क्या है घोटाला?
पांच जुलाई को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने गुप्त सूचना के आधार पर यूएई से आया एक डिप्लोमेटिक सामान पकड़ा। विदेश मंत्रालय से अनुमति लेने के बाद यूएई वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों की मौजूदगी में जब उसे खोला गया तो उसमें घरेलू इस्तेमाल की कई चीजों में भरा हुआ 30 किलो सोना मिला। इसकी कीमत लगभग 15 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
शुक्रवार को दर्ज हुई थी रिपोर्ट
एनआईए ने शुक्रवार को इस मामले में सरित कुमार, स्वप्ना सुरेश एंड संदीप नायर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। इन तीनों पर तस्करी में शामिल होने का आरोप था। स्वप्ना सुरेश केरल स्टेट इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (केएसआईटीएल) में काम करती थी। यह आईटी डिपार्टमेंट के अंडर में आता है, जो कि केरल के सीएम के अंडर में है।
तस्करी में नाम आने के बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया है। वह यूएई की पूर्व वाणिज्य अधिकारी भी रही है। वहीं, सरित कुमार तिरुवनंतपुरम में यूएई वाणिज्य दूतावास के ऑफिस में बतौर पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (पीआरओ) काम करता था। उसे छह जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।
स्वप्ना ने केरल हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई थी
स्वप्ना सुरेश ने केरल हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट ने इस पर मंगलवार तक सुनवाई रोक दी थी। एनआईए ने अग्रिम जमानत का विरोध किया था। साथ ही केंद्र सरकार के वकील ने भी कहा था कि मामले की जांच एनआईए कर रही है तो हाईकोर्ट अग्रिम जमानत याचिका पर विचार नहीं कर सकता है।