नई दिल्ली. हीरो एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील कांत मुंजाल ने शुक्रवार को कहा कि अर्थव्यवस्था में पूर्ण रिकवरी में 2 से 3 साल तक का समय लग सकता है। हालांकि, कुछ सेक्टर्स में तेज रिकवरी हो सकती है। उन्होंने अर्थव्यवस्था को रिवाइव करने के लिए अधिक वित्तीय मदद की जरूरत पर जोर दिया।
बिना मदद रिकवर नहीं कर पाएंगे बड़े सेक्टर
एसबीआई की ओर से आयोजित 'कोविड-19 का कारोबार और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव' वर्चुअल कॉन्क्लेव में बोलते हुए मुंजाल ने कहा कि कुछ प्रमुख बड़े सेक्टर अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। यह सेक्टर वास्तव में बिना मदद इस समय रिकवर नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि इस समय ढांचागत और लंबी अवधि की स्थायी जरूरतों के लिए हस्तक्षेप करने की जरूरत है। सरकार को न केवल मौद्रिक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है, बल्कि वित्तीय सहायता की कम से कम दो और खुराक देने के लिए तैयार रहना चाहिए। सरकार को सेक्टोरल और यहां तक कि व्यक्तिगत संस्थाओं का चयन कर उनकी मदद के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
रिकवरी के रास्ते में चट्टानों की अड़चन
मुंजाल ने कहा कि रिकवरी के रास्ते में चट्टानों की अड़चन है क्योंकि कुछ सेक्टर्स ऐसे हैं जो रिकवर नहीं कर पाएंगे। यह एक नकारात्मक बात है जो चिंताजनक है। कुछ कंपनियां अपनी दुकान बंद कर रही हैं और हम यह भी नहीं जानते कि वे ऐसा क्यों कर रही हैं। वे रिकवर करने की स्थिति में नहीं हैं और इनमें बड़ी संख्या स्मॉल एंड मीडियम साइज की कंपनियां शामिल हैं। मुंजाल ने कहा कि आंशिक रूप से बेस इफेक्ट और मांग बढ़ने के कारण कुछ कारोबारों में तेज रिकवरी होगी। उन्होंने कहा कि हम यह चीज मोटरसाइकिल और बाइसाइकिल सेगमेंट में देख रहे हैं।
मांग में कमी के कारण नौकरियां जाएंगी
उन्होंने कहा कि मांग में कमी के कारण लोगों की नौकरियां जाएंगी। नौकरी छूटने की संभावना काफी डरावनी है और यह 20 फीसदी से ऊपर पहुंच सकती है। मुंजाल ने कहा कि मैं इस बात को लेकर निश्चित नहीं हूं कि सोशल फॉलआउट के लिए हमने काफी काम किया है। उन्होंने कहा कि हमने अभी तक ऐसा अनुभव महसूस नहीं किया है। स्मॉल एंड मिड साइज कंपनियां लोगों को वापस लाने को लेकर सशंकित हैं।